
बांदा, संवाददाता।
बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र और पशुपालन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को विकासखंड तिंदवारी के अंगीकृत ग्राम चौधरी डेरा (खप्टिहा कला) में पशु स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर ग्राम प्रधान मैना देवी, पशु चिकित्सक डॉ. आशीष गुप्ता, और पैरावेट शशिकांत सिंह उपस्थित रहे। निकरा परियोजना के नोडल अधिकारी डॉ. चंचल सिंह ने पशुओं में होने वाली बीमारियों, उनके बचाव और इलाज की विस्तृत जानकारी दी।
डॉ. आशीष गुप्ता ने कहा कि पशुपालन को लाभकारी बनाने के लिए नियमित टीकाकरण और कृमिनाशक दवाओं का प्रयोग आवश्यक है। उन्होंने बताया कि बाझपन की समस्या के कारण और समाधान पर भी पशुपालकों को जागरूक किया गया।
शिविर में आए 38 कृषकों के 240 पशुओं की जांच की गई और विभिन्न रोगों जैसे खुरपका, मुंहपका, थनैला, गलाघोंटू आदि के लिए उपचार किया गया। इसके अलावा 1200 पशुओं का टीकाकरण भी किया गया।
पशुपालकों में पोषण और रोग-निवारण को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए कृमिनाशक दवाइयां, मिनरल मिक्चर और तरल पशु आहार का भी वितरण किया गया। शिविर में ग्राम के 80 से अधिक पशुपालकों ने भाग लिया।कार्यक्रम में कृषक सभाजीत, एसआरएफ धर्मेंद्र सिंह सहित केंद्र के अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।
शिवम सिंह, ब्यूरो चीफ — बांदा