
– पेयजल संकट से जूझ रहे पनगरा के ग्रामीण
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नरैनी।पांच लाख लीटर की गांव में टंकी होने के बावजूद लोगों को पेयजल की सुविधा नहीं मिल पा रही।गांव के बाशिंदे लगातार पानी की किल्लत से परेशान है।बीते कई बार उच्चाधिकारियों से शिकायत करने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो सका।बता दे कि पनगरा गांव में एक दशक पहले भारी भरकम बजट खर्चा कर पांच लाख लीटर क्षमता की पानी टंकी बनाई गई थी।साथ ही पूरे गांव में प्रत्येक घर घर लाइन बिछाकर कनेक्शन दिए गए थे और घर घर पानी सप्लाई और उसके रख रखाव की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत को दे दी गई थी।लेकिन पूरी तरह से आज तक ग्रामीणों को पानी नहीं मिल सका लोग एक एक पानी की बूंद को आज भी तरस रहे है।गांव के रहने वाले प्रद्युम्न द्विवेदी,राम प्रकाश तिवारी,प्रदीप कुमार,हिमांशु,हरिओम द्विवेदी,राम करण,विपीन तिवारी,छोटू द्विवेदी,रमन वाजपेई,विनोद द्विवेदी,बाबू त्रिवेदी,मनीष मिश्रा,नन्द कुमार तिवारी,रुद्र देव तिवारी,राम किशन वर्मा,श्याम बाबू वर्मा,रामा वर्मा आदि सैकड़ों लोगों ने बताया कि जब पानी की टंकी बनकर तैयार हुई थी।बड़ी खुशी हुई थी।उम्मीद थी की अब प्रत्येक घर को भरपूर पानी मिल सकेगा।लेकिन आज तक पानी नहीं आया।सिर्फ पाइप लाइन डालकर ठेकेदार विभाग के अधिकारियों को कमीशन देकर अपना भुगतान करा कोरम पूरा कर चला गया।आज भी गांव में आबादी का तिहाई हिस्सा सप्लाई के पानी के लिए तरस रहा है।ग्रामीणों का कहना है कि ऐसी स्थित में क्या करे।किसी प्रकार से वह अपने घर तक गांव के बाहर मौजूद हैंड पंप से पानी लेकर प्यास बुझाने का कार्य करते है।ग्रामीणों ने बताया कि कई बार दोषी ठेकेदार के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की मांग की गई लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई।पीड़ित रमन वाजपई ने बताया कि इसमें ठेकेदार के अलावा रख रखाव की जिम्मेदारी का कार्य संभाल रही ग्राम पंचायत भी दोषी है।ग्राम पंचायत टंकी के रख रखाव के नाम पर अभी तक लाखों रुपए का भ्रष्टाचार करती रही।विगत 28 मई में मुख्यमंत्री पोर्टल पर गांव में पेयजल संकट की शिकायत दर्ज करवाई गई थी।लेकिन आख्या में गुमराह किए जाने का कार्य करते हुए प्रगति आख्या के जरिए जल निगम ग्रामीण ने अवगत कराया कि योजना का डीपीआर बनाया जा रहा है।चार माह के अंदर बेहतर जलापूर्ति की बात कह समस्या समाधान की बात कही गई।लेकिन धरातल पर आज तक कोई कार्य होते नहीं दिखाई दिया।10भीषण गर्मी में लोग पेयजल के लिए लगातार तरस रहे है।इधर ग्राम प्रधान जगदीश यादव ने बताया कि पेयजल योजना ग्राम पंचायत से जल निगम को हैंड ओवर की जा चुकी है।ग्रामीणों ने पेयजल संकट से निजात दिलाने की बात कही है।
रिपोर्ट
शिवम सिंह ब्यूरो चीफ बांदा