
मीरगंज बरेली
मोती राम रिपोर्टर
सेन्ट्रल बैंक आफ इंडिया 1 जुलाई 2025 से बचत खातों में न्यूनतम औसत शेष राशि न बनाए रखने पर लगने बाले शुल्क को माफ करके वास्तव में ग्राहक हितैषी कदम उठा रहा है। इसका मतलब यह है कि ग्राहकों को अब न्यूनतम शेष राशि की आवश्यकता को पूरा करने में विफल रहने पर दंड का सामना नहीं करना पड़ेगा।
इसके मुख्य बिन्दुओं का विवरण
(१)अब कोई दंड नहीं –
बैंकिंग समाचार साइडों के अनुसार १ जुलाई २०२५ से सेन्ट्रल बैंक आफ इंडिया अपने बचत खातों में न्यूनतम औसत शेष राशि न बनाए रखने पर ग्राहकों से शुल्क नहीं लेगा।
(२) ग्राहक -अनुकूल नीतू-
वित्तीय समाचार वेबसाइटों के अनुसार बैंकिंग को ग्राहकों के लिए अधिक सुलभ और सुविधाजनक बनाने के लिए बनाया गया है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जिन्हें न्यूनतम शेष राशि रखने में कठिनाइयां होती है।
(३) कोई विशिष्ट शेष राशि की आवश्यकता नहीं –
इस घोषणा से बचत खातों के लिए न्यूनतम शेष की अनिवार्यता समाप्त हो गई है, तथा यह शून्य शेष राशि बाली सुविधा बन गई है।