
– जगह-जगह हिंदू-मुस्लिमों ने लुटाया सौहार्द का लंगर
बांदा।शहीदाने कर्बला की याद में मनाए जाने वाले मोहर्रम की आठवीं पर कोतवाली के सामने छह मेहंदी ताजियों का मिलाप हुआ।जुलूस में किशोरावस्था और युवा वर्ग के लोग शामिल हुए।रास्ते भर जगह-जगह हिंदू-मुस्लिम दोनों ही समुदाय के लोगों ने मेहंदी जुलूस में सौहार्द का लंगर लुटाया।किसी ने बर्तन तो किसी ने हाथों से लड्डू लुटाये।शुक्रवार की सुबह शहर के अलग-अलग छह इमामबाड़ों से मेहंदी ताजिया जुलूस निकले।मर्दननाका से रशीद,हाथीखाना अलीगंज से टिर्रा,रब्बानिया के सामने वाली गली से कुदउवा किन्नर,खुटला से मनिहारों का,मर्दननाका कुंजरहटी से सब्जी फरोशों और अलीगंज से पीरा की मेहंदी ताजिया निकला।सभी ताजिए कोतवाली के सामने पहुंचे। यहां अकीदतमंदों का हुजूम रहा।कुछ देर बाद मिलाप की रस्म हुई।जोर-जोर से ढोल ताशे बजे। मिलाप के बाद ताजियों का जुलूस अलग-अलग रास्तों से होते हुए अपने इमामबाड़े में पहुंचे।मेंहदी ताजियों के साथ लोगों का हुजूम चल रहा था।उस पर जगह-जगह लोगों ने लंगर लुटाया।जिसमें हिंदू समाज के लोगों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया।सभी जुलूसों में जगह-जगह लंगर हुए।धूप और उमस में लोगों की हालत खराब रही।बीच-बीच में बारिश भी होती रही लेकिन लंगर लूटने वाले युवाओं का जोश काम नहीं हुआ।कई स्थानों पर हिंदू समाज के लोगों ने भी लंगर किए।जुलूस में शामिल हुए।मोहर्रम कमेटी अध्यक्ष कमेटी अध्यक्ष शोएब नियाजी,शाहिद अली निजामी हाफिज साबिर चौधरी,सुभान अली,अरशद निजामी, आसिफ अली समेत बड़ी संख्या में कमेटी के लोग शामिल रहे।
रिपोर्ट
शिवम सिंह ब्यूरो चीफ बांदा