
बरेली।
जिले में अलग-अलग स्थानों पर ड्रोन उड़ते देखे जाने के बाद नागरिकों में तरह-तरह की चर्चाएं और अफवाहें फैलने लगी थीं। इस पूरे मामले को लेकर डीजीपी मुख्यालय लखनऊ की ओर से स्थिति स्पष्ट कर दी गई है कि ड्रोन उड़ानें पूरी तरह वैधानिक हैं और नदियों की अमृत योजना, भू-सर्वेक्षण एवं भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के कार्यों के लिए ड्रोन से सर्वेक्षण कराया जा रहा है।
बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्री अनुराग आर्य ने डीजीपी कार्यालय से प्राप्त निर्देशों के आधार पर जिले के सभी सीओ और थाना प्रभारियों को दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा कि यह ड्रोन सर्वे पूरी तरह सुरक्षित है और किसी प्रकार का खतरा नहीं है।
एसएसपी ने बताया कि निजी एजेंसियों के माध्यम से यह ड्रोन सर्वे कराया जा रहा है, जिसका उद्देश्य है – नदियों की स्थिति का अध्ययन, पर्यावरणीय सुधार और प्राचीन स्थलों का दस्तावेजीकरण। उन्होंने आमजन से अपील की कि इस संबंध में किसी भी तरह की भ्रामक सूचना या अफवाहों पर ध्यान न दें।
डीजीपी मुख्यालय से स्पष्ट किया गया है:
ड्रोन से कोई खतरा नहीं है, यह अफवाह मात्र है।
भू-संपदा निदेशालय और पुरातत्व विभाग के निर्देश पर हो रहा है ड्रोन सर्वे।
कानून व्यवस्था से इसका कोई संबंध नहीं।
जनता अफवाहों से बचें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया कि इस तरह के वैज्ञानिक और शोध कार्यों में सहयोग देना सभी नागरिकों की जिम्मेदारी है। भ्रम फैलाने वालों पर निगरानी रखी जा रही है और आवश्यकता पड़ने पर कार्रवाई भी की जाएगी।
रिपोर्टर मोतीराम बरेली संवाददाता