तीन मंत्री होने के बावजूद भी बदहाली के आंसू बहा रहा दोआब
▪️ फतेहपुर में सड़क में गड्ढा नहीं,गड्ढे में सड़क है
▪️बदहाली के आंसू बहा रहा पुरानी कचहरी और जेल रोड
▪️बाईपास और जयराम नगर चौराहे के हाल खस्ता
▪️चांदपुर थाने को मुख्य मार्ग से जोड़ती, लिंक रोड की हालत खस्ता
▪️एक केंद्रीय व दो राज्य मंत्री होने के बावजूद भी नहीं हुआ विकास
फतेहपुर:- “विकास की काली कहानी हूं मैं, दर दर फटती,वो सड़क हूं मैं। गड्ढे मेरा बदन चीर चीर देते,ऐसा बदनसीब सड़क हूं मैं।”
कुछ समय बदला, फिर सरकारे बदली, लेकिन दोआब का हाल जैसे पहले था वैसे आज भी है, गड्ढा मुक्त सड़कों के वादे अब वादे बनकर ही रह गए हैं,जनपद साउथ सिटी के पुरानी कचहरी रोड, जेल रोड सहित फतेहपुर बाई पास के साथ जयराम नगर चौराहे के गड्डो की दशा नहीं बदल पाई है। तारकोल वाली सड़क उखड़ी गिट्टी और गड्ढे यह बताते हैं कि फतेहपुर का विकास आसमान छू रहा है,
प्रमुख सड़को के जर्जर होने के चलते लोगों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन सड़क की सूरत और बदहाली रोकने के प्रयास तक नहीं किए गए हैं। देवीगंज ओवरब्रिज से परशुराम चौराहे तक करीब 800 मीटर की सड़क वर्षों से जर्जर है। सड़क में गड्ढे हैं,तो नालियों का अता पता ही नहीं, जिसके चलते बरसात में जलभराव होता है।
प्रमुख सड़को के जर्जर होने के चलते लोगों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन सड़क की सूरत और बदहाली रोकने के प्रयास तक नहीं किए गए हैं। देवीगंज ओवरब्रिज से परशुराम चौराहे तक करीब 800 मीटर की सड़क वर्षों से जर्जर है। सड़क में गड्ढे हैं,तो नालियों का अता पता ही नहीं, जिसके चलते बरसात में जलभराव होता है।
चांदपुर थाने को मुख्य मार्ग से जोड़ती, लिंक रोड की हालत खस्ता
चांदपुर थाने को मुख्य मार्ग जोनिहा से जोड़ने वाली चांदपुर से सठीगंवा सड़क की हालत खस्ता है, बरसात के मौसम में मार्ग पर पानी भर जाता है जिससे आवागमन में भारी समस्या का सामना करना पड़ता है।
आखिरकार जनप्रतिनिधि क्यों नही दे रहे ध्यान
अभी वर्तमान समय की बात करें तो दो दोआब में एक केंद्रीय व दो राज्य मंत्री होने के बावजूद भी, जिले में विकास की रफ्तार धीमी है, आपको बता दें 2014 में लोकसभा का चुनाव जीतकर पहली बार साध्वी निरंजन ज्योति केंद्रीय राज्य मंत्री बनी थी,
पुनः फिर 2019 का लोकसभा चुनाव जीतकर केंद्रीय राज्य मंत्री बनी, तो वही 2017 का विधानसभा का चुनाव जीतकर जहानाबाद विधानसभा से जय कुमार सिंह जैकी व हुसैनगंज विधानसभा से रणवेंद्र प्रताप सिंह राज्य मंत्री बने, लेकिन फिर भी जिले का विकास नहीं हो सका यह तो हालत फतेहपुर शहर की थी लेकिन यही हाल जनपद के अन्दर छोटे- छोटे गाँवो को जोडने वाली सडको का है, वहां के लोगों का कहना है की चुनाव के बाद प्रतिनिधि के दर्शन दुर्लभ हो जाते है, सोचने की बात यह है कि तीन तीन मंत्री होने के बाद भी जनपद के यह हाल है,फतेहपुर में सरकार के गड्डा मुक्त सड़कों के दावे फेल नजर आते हैं।
पुनः फिर 2019 का लोकसभा चुनाव जीतकर केंद्रीय राज्य मंत्री बनी, तो वही 2017 का विधानसभा का चुनाव जीतकर जहानाबाद विधानसभा से जय कुमार सिंह जैकी व हुसैनगंज विधानसभा से रणवेंद्र प्रताप सिंह राज्य मंत्री बने, लेकिन फिर भी जिले का विकास नहीं हो सका यह तो हालत फतेहपुर शहर की थी लेकिन यही हाल जनपद के अन्दर छोटे- छोटे गाँवो को जोडने वाली सडको का है, वहां के लोगों का कहना है की चुनाव के बाद प्रतिनिधि के दर्शन दुर्लभ हो जाते है, सोचने की बात यह है कि तीन तीन मंत्री होने के बाद भी जनपद के यह हाल है,फतेहपुर में सरकार के गड्डा मुक्त सड़कों के दावे फेल नजर आते हैं।