प्रधानमंत्री पहुंचे चीन बॉर्डर टल गया था राजनाथ सिंह का दौरा
चीन बॉर्डर
मई से ही चीन के साथ बॉर्डर पर तनाव जारी है और बॉर्डर पर लगातार गंभीर स्थिति बनी हुई है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यहां पर पहुंचना हर किसी को चौंकाता है.
इससे पहले शुक्रवार को सिर्फ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को लेह जाना था, लेकिन गुरुवार को उनके कार्यक्रम में बदलाव कर दिया गया. फिर तय हुआ था कि सिर्फ बिपिन रावत ही लेह जाएंगे.
भारत के 20 जवान शहीद हुए थे
आपको बता दें कि लद्दाख बॉर्डर पर तनाव के बीच 15 जून को गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी. इस झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे, जबकि कुछ जवान घायल भी हुए थे. इस झड़प में चीन के भी काफी जवानों को नुकसान हुआ था, लेकिन चीन ने आंकड़ा जारी नहीं किया था.
इसी घटना के बाद से तनाव लगातार बढ़ता गया, दोनों सेनाओं ने लगातार कई मौकों पर बात भी की है. और मौजूदा जगह से सेना को पीछे हटाने पर चर्चा की है. देश में लगातार चीन के खिलाफ गुस्सा बढ़ता गया, सरकार की ओर से सर्वदलीय बैठक भी बुलाई गई.
अधिकारियों के साथ होनी थी बैठक
शुक्रवार को सीडीएस बिपिन रावत को यहां पर नॉर्थ कमांड और 14 कॉर्प्स के अधिकारियों के साथ बैठक करनी थी. इस दौरान चीन के साथ मौजूदा तनाव, बॉर्डर की स्थिति का जायजा लेना था. इससे पहले सेना प्रमुख एमएम नरवणे भी लेह गए थे, जहां पर उन्होंने गलवान घाटी में घायल हुए जवानों से मुलाकात की थी.
इसके अलावा सेना प्रमुख ने ईस्टर्न लद्दाख के फॉरवर्ड पोस्ट पर जाकर हालात का जायजा लिया था. सेना प्रमुख ने जवानों से कहा था कि आपका काम शानदार रहा है, लेकिन अभी ये काम पूरा नहीं हुआ है.