जेल सूत्रों के अनुसार विनय, अक्षय और पवन ने जेल में काफी काम किया और इस दौरान काफी मेहनताना भी कमाया. अक्षय ने अब तक 69 हजार, विनय ने 39 हजार पवन ने 29 हजार कमाए. इन तीनों द्वारा कमाई गई यह रकम किसको दी जाएगी अभी फिलहाल इस बात पर फैसला नहीं लिया गया है. फांसी की सजा का वारंट जारी होने के बाद चारों ही आरोपी बेचैन नजर आ रहे हैं और रात में बहुत कम ही सो पाते हैं.
तिहाड़ जेल के कसूरी वार्ड नंबर 4 में हमेशा की तरह अंधेरा और सन्नाटा फैला है. यहां पर उन कैदियों को रखा जाता है दिन की फांसी की सजा मुकर्रर हो जाती है. मंगलवार अचानक एक जेल कर्मी ने विनय को आवाज लगाते हुए कहा कि उससे कोई मिलने आया है. फर्श पर चिंता में लेटा हुआ विनय लड़खड़ाते हुए उस तरफ चल पड़ा. विजिटर रूम में अपने पिता को देखते ही उसकी आंखों से आंसू निकल जाते हैं और उसके पिता का भी यही हाल होता है.
विनय के मुंह से अचानक आवाज निकलती है पिताजी एक बार गले तो लगा लो, लेकिन दोनों सिर्फ एक दूसरे को छू भर पाते हैं आखिरकार दोनों के बीच सलाखों का फासला जो है. आधे घंटे के दौरान चली इस मुलाकात के दौरान दोनों की आंखों से आंसू नहीं रुक रहे हैं तभी अचानक विनय की आंखों के आगे अंधेरा छा जाता है और वह लड़खड़ा कर गिरने लगता है. इसी दौरान जेल कर्मी आकर विनय को संभाल लेते हैं. विनायकी अपने पिता के साथ शायद यह आखिरी मुलाकात थी.
आधे घंटे के लगभग चली इस मुलाकात के दौरान विनय ने अपने सभी परिवारजनों से लेकर रिश्तेदारों का हालचाल पूछा. विनय को जेल में रहते हुए सबसे ज्यादा दंडित किया गया है. जेल सूत्रों के अनुसार जो जेल के अधिकारियों की बात नहीं मानता है उनको सजा दी जाती है और इस दौरान विनय को 11 बार दंडित किया जा चुका है.
बेटे ने जो किया उसकी सजा तो वह भुगत ही रहा है लेकिन जो स्थिति उसके बाप की हो रही है वह सिर्फ एक बाप ही अनुभव कर सकता है. जिस बाप के आगे अपने मुर्दा बेटे की अर्थी निकलती है उससे अभागा और बदनसीब इस दुनिया में और कोई नहीं हो सकता .