हिंदुस्तान के लिए आज बड़ा दिन है, एक और देश में देश की शान वायुसेना का 87वां ‘वायुसेना दिवस’ मनाया जा रहा है तो दूसरी ओर फ्रांस में आज भारत को फ्रांसीसी लड़ाकू विमान ‘राफेल’ मिलने जा रहा है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राफेल विमान को रिसीव करने के लिए पेरिस में हैं, जहां वह इसे रिसीव करने से पहले इसकी शस्त्र पूजा करेंगे. राफेल विमान में उड़ान भी भरेंगे और इसी के साथ ही वायुसेना की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पेरिस से मेरिगन्क के लिए फ्रांसीसी वायुसेना के विमान में रवाना हुए. जहां पर आधिकारिक कार्यक्रम में भारत को राफेल विमान सौंपा जाएगा. यहां राजनाथ सिंह पहले शस्त्र पूजा करेंगे और बाद में कार्यक्रम में शामिल होंगे. राजनाथ सिंह के साथ फ्रांसीसी सेना के कई अधिकारी भी मौजूद हैं.
राफेल से राजनाथ की शस्त्र पूजा
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह दशहरे के अवसर पर मंगलवार को फ्रांस की राजधानी पेरिस में भारतीय परंपरा के अनुसार शस्त्र पूजा करेंगे. विधिवत शस्त्र पूजा के बाद रक्षामंत्री फ्रांस की कंपनी दसॉल्ट से खरीदे गए लड़ाकू विमान राफेल का अधिग्रहण करेंगे और विमान में उड़ान भी भरेंगे. राफेल उन्नत प्रौद्योगिकी से लैस लड़ाकू विमान है. दसॉल्ट के साथ हुए सौदे की पहली खेप में भारत विजयादशमी के मौके पर 36 राफेल विमान हासिल करेगा.
राफेल से कैसे बढ़ेगी वायुसेना की ताकत?
फ्रांस, मिस्र और कतर के बाद भारत चौथा देश होगा जिसके आकाश में राफेल विमान उड़ान भरेगा. फ्रांसीसी लड़ाकू विमान राफेल 4.5वीं पीढ़ी का विमान है जिसमें रडार से बच निकलने की ताकत है. इससे भारतीय वायुसेना में आमूलचूल बदलाव होगा क्योंकि वायुसेना के पास अब तक के विमान मिराज-2000 और सुखोई-30 एमकेआई या तो तीसरी पीढ़ी या चौथी पीढ़ी के विमान हैं.
भारत में शस्त्र पूजा की परंपरा अनादिकाल से चली आ रही है, इसी परंपरा का पालन करते हुए भारतीय सेना में भी विजयादशमी के दिन शस्त्र पूजा की जाती है.