

बरेली: सोशल मीडिया पर एक आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया। यह वीडियो प्रधानमंत्री के भाषण को एडिट कर गलत तरीके से प्रस्तुत करने से संबंधित था। जैसे ही यह मामला पुलिस के संज्ञान में आया, साइबर सेल ने जांच शुरू कर दी।
पुलिस के अनुसार, इंस्टाग्राम पर एक फर्जी आईडी के माध्यम से इस वीडियो को पोस्ट किया गया था, जिसमें प्रधानमंत्री के प्रति आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया गया। इस मामले में बारादरी पुलिस ने गुरुवार को आरोपी युवती अनमोल (पिता मो. राशिद, निवासी जोगी नवादा) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
हिंदूवादी संगठनों में आक्रोश
इस घटना के बाद हिंदूवादी संगठनों में नाराजगी देखी गई। समाज के विभिन्न तबकों ने इस पर कड़ा विरोध जताया और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की। लोगों का कहना है कि इस तरह की हरकतें न केवल देश के नेतृत्व को बदनाम करने का प्रयास हैं, बल्कि सामाजिक सौहार्द को भी नुकसान पहुंचाती हैं।
पुलिस और साइबर सेल की जांच जारी
एसएमसी मीडिया सेल बरेली से मिली सूचना के आधार पर दरोगा धर्मेंद्र विश्नोई द्वारा इस मामले की जांच की गई। जांच में पुष्टि हुई कि वीडियो को एडिट कर भ्रामक तरीके से पेश किया गया था। बारादरी इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय ने बताया कि इस वीडियो को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
साथ ही, साइबर सेल आरोपी युवती के सोशल मीडिया अकाउंट की गहन जांच कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस हरकत के पीछे कोई अन्य व्यक्ति भी शामिल था या नहीं।
पुलिस ने इस मामले में संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।