
बरेली – थाना प्रेमनगर पुलिस ने एक शातिर ठग को गिरफ्तार कर फर्जी दस्तावेज़ों के ज़रिए बैंकों से लोन लेने वाले गिरोह का बड़ा भंडाफोड़ किया है। गिरफ्तार आरोपी रजत सक्सेना ने अपने पिता सहित कई लोगों के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र बनवाकर लाखों रुपये की धोखाधड़ी की थी।
फर्जीवाड़ा ऐसे हुआ अंजाम: पीड़ित अमित कुमार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, आरोपी रजत सक्सेना समेत वंदना वर्मा, अर्जुन रस्तोगी, अनिल कुमार सक्सेना और रेखा रस्तोगी ने मिलकर फर्जी दस्तावेज़ तैयार किए। पूछताछ में रजत ने बताया कि उसने अर्जुन रस्तोगी से लोन दिलाने की मदद मांगी, जिसके बाद अर्जुन ने उसकी मुलाकात वंदना वर्मा से करवाई। वंदना ने फर्जी कॉलेज आईकार्ड और पे-स्लिप तैयार करवाए, जिनके आधार पर बैंकों से करीब 14 लाख रुपये का लोन लिया गया।
गिरफ्तारी का विवरण: रजत सक्सेना को 09 अप्रैल 2025 को कुदेशिया पुल के पास से गिरफ्तार किया गया। इससे पहले गिरोह के अन्य सदस्यों को 05 मार्च और 07 अप्रैल को गिरफ्तार किया जा चुका है।
जांच में जुटी पुलिस टीम: थाना प्रेमनगर प्रभारी निरीक्षक आशुतोष रघुवंशी, चौकी प्रभारी सरताज और कानून गोयान 188 अमरीश की टीम ने इस मामले में सक्रियता दिखाते हुए कार्रवाई की। फिलहाल बैंक धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज़ों से लोन प्राप्त करने की इस गंभीर मामले की जांच जारी है।
पुलिस का कहना है कि इस गिरोह से जुड़े और भी लोगों की तलाश की जा रही है और जल्द ही और गिरफ्तारियां संभव हैं।
रिपोर्ट
सुनील सिंह
उत्तर प्रदेश स्टेट हेड