भ्रष्टाचार के विरुद्ध जनजागरूकता फैलाने के उद्देश्य से भ्रष्टाचार निवारक एवं सामाजिक विकास परिषद के राष्ट्रीय उप महानिदेशक श्री बेअंत सिंह ने देशवासियों के नाम एक प्रेरणात्मक संदेश जारी किया है। उन्होंने कहा:
“भ्रष्टाचार केवल कानून का उल्लंघन नहीं, समाज के विश्वास का हनन है। यह हमारे नैतिक मूल्यों, सामाजिक संरचना और देश की तरक्की में सबसे बड़ी बाधा है। आइए, हम सब मिलकर ईमानदारी को अपनी ताकत बनाएं और एक पारदर्शी, न्यायपूर्ण और समृद्ध राष्ट्र की नींव रखें। हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाए और नयी पीढ़ी को नैतिकता और कर्तव्यनिष्ठा का मार्ग दिखाए।”

श्री बेअंत सिंह का यह वक्तव्य न केवल एक विचार है, बल्कि वर्तमान समय में देश की सबसे ज्वलंत समस्या—भ्रष्टाचार—के विरुद्ध एक सशक्त आह्वान है। उन्होंने विशेष रूप से युवाओं से आग्रह किया कि वे अपने कार्यों में पारदर्शिता और नैतिकता को अपनाकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में अग्रणी भूमिका निभाएं।
उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष अकेले सरकारी तंत्र की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक की नैतिक जिम्मेदारी है। जब तक हम सभी मिलकर इसे जड़ से समाप्त करने का संकल्प नहीं लेंगे, तब तक सच्चे विकास की कल्पना अधूरी रहेगी।
परिषद की ओर से निकट भविष्य में भ्रष्टाचार विरोधी अभियानों, जनसंवाद कार्यक्रमों और नैतिकता पर आधारित कार्यशालाओं का आयोजन किए जाने की भी योजना है, जिसमें समाज के हर वर्ग को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा।