
बरेली (इंडिपेंडेंट इंडिया न्यूज चैनल)।
प्राइवेट स्कूलों की बढ़ती मनमानी फीस और किताबों पर ओवररेटिंग से आम जनता त्रस्त है। केवल गरीब और मजदूर वर्ग ही नहीं, बल्कि वेतनभोगी कर्मचारी (सर्विसमेन) भी प्राइवेट स्कूलों की मनमानी नीतियों से परेशान हैं। स्कूल प्रबंधक अपनी मर्जी से फीस तय कर रहे हैं और पाठ्यपुस्तकों पर ओवर रेट लगाकर जनता को लूट रहे हैं।
स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि फीस न दे पाने पर बच्चों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है, जिससे अभिभावकों में भारी असंतोष है। गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए अपने बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना एक चुनौती बन चुका है।
जनता की इस पीड़ा को लेकर इंडिपेंडेंट इंडिया न्यूज चैनल के जिला संवाददाता हरीश गौतम ने उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से मांग की है कि वे तत्काल प्रभाव से शिक्षा मंत्री को निर्देशित करें ताकि प्राइवेट स्कूलों की फीस एवं किताबों की दरों पर नियंत्रण स्थापित किया जा सके। साथ ही, सरकार द्वारा निर्धारित मानक दरें लागू की जाएं, जिससे जनता को राहत मिल सके।
यह सिर्फ एक पत्रकार की नहीं, आम जनता की आवाज है।
प्राइवेट स्कूलों की मनमानी के खिलाफ अब कार्रवाई की जरूरत है ताकि शिक्षा सभी के लिए सुलभ और सस्ती बन सके।
जिला संवाददाता – हरीश गौतम, बरेली
इंडिपेंडेंट इंडिया न्यूज चैनल