
बांदा। पश्चिम बंगाल में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के बैनर तले शनिवार को एक विशाल विरोध जुलूस निकाला गया। जिलाध्यक्ष चंद्रमोहन बेदी के नेतृत्व में भारी संख्या में हिंदू समाज के लोग सड़कों पर उतरे और ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। वहाँ प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया।
ज्ञापन में विहिप ने आरोप लगाया कि वक्फ कानून के विरोध की आड़ में पूरे बंगाल को हिंसा की आग में झोंका जा रहा है और हिंदू समाज को योजनाबद्ध तरीके से प्रताड़ित किया जा रहा है। संगठन ने कहा कि राष्ट्र विरोधी और हिंदू विरोधी तत्वों को खुली छूट दी जा रही है और प्रशासन इन पर कोई कार्रवाई करने की बजाय कई जगहों पर सहयोग करता नजर आ रहा है।
विहिप ने चेताया कि यह स्थिति अत्यंत गंभीर और चिंताजनक है। मुर्शिदाबाद से शुरू हुई हिंसा अब संपूर्ण बंगाल में फैल गई है। संगठन ने केंद्र सरकार से अपील की कि वह हस्तक्षेप कर राज्य प्रशासन की बागडोर अपने हाथ में ले और दोषियों को कड़ी सजा दिलवाए।
ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि इस हिंसा का असली उद्देश्य मुर्शिदाबाद को हिंदू शून्य बनाना था। उन्मादी भीड़ द्वारा 200 से अधिक हिंदुओं के घर और दुकानें लूटी और जलायी गईं, सैकड़ों लोग घायल हुए और तीन निर्दोष नागरिकों की हत्या कर दी गई। इसके चलते 500 से अधिक हिंदू परिवारों को पलायन करना पड़ा।
विहिप ने ममता बनर्जी सरकार पर आरोप लगाया कि वह दंगाग्रस्त परिवारों की चिंता करने की बजाय दंगाइयों को संरक्षण दे रही हैं। साथ ही, रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों को शरण देकर राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाल रही हैं।
इस प्रदर्शन में दीपू दीक्षित, नमन शिवहरे, सुमित सोनी, पप्पू शर्मा, दिनेश गुप्ता, प्रभाकर चंदेल, लालाराम सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
रिपोर्ट
शिवम सिंह ब्यूरो चीफ बांदा