
गड्ढे जेसीबी से खोदकर छोड़ गए थे माफिया, ग्रामीणों में आक्रोश
बांदा। देहात कोतवाली क्षेत्र के चटचटगन गांव में रविवार को बालू माफियाओं द्वारा खोदे गए गहरे गड्ढे में डूबकर एक 7 वर्षीय बालिका की दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ जब बालिका मवेशियों को पानी पिलाने केन नदी गई थी और नहाने के दौरान असंतुलित होकर गड्ढे में गिर गई।
जानकारी के अनुसार, खुशबू (7), पुत्री रमइया निषाद रविवार दोपहर गांव के पास स्थित केन नदी पर मवेशी चराने और पानी पिलाने गई थी। इसी दौरान वह खुद भी नहाने लगी, लेकिन वहां मोरम माफियाओं द्वारा जेसीबी से खोदे गए गहरे गड्ढे में फिसल कर समा गई। जब काफी देर तक खुशबू पानी से बाहर नहीं निकली, तो साथ गए चचेरे भाई मुकेश ने शोर मचाया।
शोर सुनकर उसकी बड़ी मां संपत देवी और पास के खेतों में काम कर रहे ग्रामीण मौके पर पहुंचे। करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बालिका को पानी से बाहर निकाला गया। परिजन तुरंत उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस दुखद खबर से परिवार में कोहराम मच गया।
चचेरे भाई मदन कुमार ने बताया कि इलाके के मरौली खंड पांच में बालू माफियाओं ने जेसीबी से भारी भरकम गड्ढे खोदकर छोड़ दिए हैं, जिनमें बारिश और नदी का पानी भर जाने से उनकी गहराई का अनुमान लगाना मुश्किल हो जाता है। यह गड्ढे अब जानलेवा बनते जा रहे हैं।
मृतका दो बहनों में बड़ी थी और पिता रमइया मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं। इस हादसे ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है, वहीं ग्रामीणों ने प्रशासन से माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच जारी है।
रिपोर्ट
शिवम सिंह ब्यूरो चीफ बांदा