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जौनपुर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बीच जौनपुर के एक पति-पत्नी ने अपनी जान बचाने के लिए खौफनाक हालात का सामना किया। दंपती ने बताया कि जिस समय हमला हुआ, वे घटनास्थल से महज 500 मीटर की दूरी पर थे। गोलियों की आवाज सुनते ही अफरातफरी मच गई। वहां मौजूद खच्चर वालों ने उन्हें चेतावनी दी कि अगर सिंदूर और बिंदी हटा ली जाए तो वे पहचान से बच सकते हैं और जान बच सकती है।
500 मीटर दूर सुनाई दी गोलियों की आवाज
जौनपुर निवासी यह दंपती पहलगाम घूमने गए थे। उन्होंने बताया कि वे पहलगाम के पास खच्चरों पर सवार होकर घूम रहे थे। अचानक गोलियों की आवाज सुनाई दी और भगदड़ मच गई। चारों ओर चीख-पुकार का माहौल बन गया।
खच्चर वालों ने दी समझदारी की सलाह
दंपती ने बताया कि जैसे ही फायरिंग शुरू हुई, वहां के स्थानीय खच्चर वालों ने उन्हें फौरन सिंदूर और बिंदी हटाने की सलाह दी। खच्चर वालों ने कहा, “अगर पहचान छुपा लोगे तो शायद बच जाओ।” इस सलाह पर अमल करते हुए दोनों ने तुरंत बिंदी और सिंदूर हटा दिया।
डरे सहमे घर लौटे यात्री
कई घंटे की दहशत के बाद जब हालात सामान्य हुए, तो दंपती ने तत्काल वहां से वापस लौटने का फैसला किया। जौनपुर लौटने के बाद उन्होंने बताया कि वे आज भी उस खौफनाक मंजर को याद करके कांप उठते हैं।
पर्यटकों में बढ़ा डर का माहौल
इस घटना के बाद से पहलगाम समेत आसपास के इलाकों में सैलानियों के बीच भय का माहौल है। कई लोग अपनी यात्राएं रद्द कर वापस लौट रहे हैं। प्रशासन ने भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने शुरू कर दिए हैं।
रिपोर्ट
सुकेश कुमार जिला ब्यूरो चीफ