
भारत पाकिस्तान टकराव के समय पाक सेना द्वारा तुर्कीय निर्मित ड्रोन के इस्तेमाल होने पर भारतीय लोगों में अब तुर्की के प्रति भी काफी नाराजगी है। इसी को देखते हुए लोगों का कहना है जो भी देश पाकिस्तान की सहायता करेगा बह हमारा दुश्मन है। जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) एवं जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी ने तुर्कीय के साथ किए अपने करार को रद्द कर दिया है।उधर दिल्ली मार्बल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण कुमार गोयल ने बताया कि तुर्कीय से आयत होने बाले मार्बल पर रोक लगाने का ऐलान किया है देश का व्यापारी दुश्मन देश का साथ देने बालों के साथ व्यापारिक संबंध नहीं रखेगा। इससे तुर्की की अर्थव्यवस्था को लगभग 2000-2500 करोड़ रुपए की हानि का अनुमान है। पाकिस्तान का साथ देने में चीन और तुर्कीये का नाम सबसे ऊपर आता है । चीन पहले से पाकिस्तान के साथ खड़ा है जबकि तुर्किये नाम पहली बार आया है।तुर्किये को किए की सजा देने को हिन्दुस्तान का हर व्यक्ति तैयार है।
रिपोर्ट
मीरगंज बरेली
मोती राम रिपोर्टर