बरेली (मीरगंज): जिले के मीरगंज थाना क्षेत्र के बहरौली गांव में झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज से आशा कार्यकत्री की मौत हो गई। मृतका की पहचान सुनीता मौर्य के रूप में हुई है, जो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आशा कार्यकत्री के पद पर तैनात थीं।
परिजनों के अनुसार, शुक्रवार दोपहर सुनीता की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें गांव के एक कथित झोलाछाप डॉक्टर के पास इलाज के लिए ले जाया गया। आरोप है कि डॉक्टर द्वारा लगाए गए इंजेक्शन के बाद सुनीता की हालत और बिगड़ गई, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
मृतका के पति और परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मीरगंज थाने में तहरीर दी है और सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार है और प्रशासन की लापरवाही से ऐसे मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। एक सप्ताह पहले भी एक युवती की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है।
रिपोर्टर: अमरपाल वर्मा