
रिपोर्ट: अनुपम गुप्ता, जिला संवाददाता, बांदा
बांदा: तिंदवारी ब्लॉक की ग्राम पंचायत पिपहारी के पपरेन्दा गांव से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहाँ एक ज़िंदा गाय को आवारा कुत्तों ने नोच-नोच कर मार डाला। बताया जा रहा है कि यह गोवंश कई दिनों से एक गड्ढे में फंसा हुआ था, लेकिन ग्रामीणों द्वारा कई बार अधिकारियों को सूचना देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई।
ग्रामीणों का कहना है कि गाय भूख-प्यास से बेहाल होकर पानी की तलाश में गड्ढे तक पहुंची थी, जहाँ वह फंस गई। समय रहते कोई सहायता नहीं मिलने से वह कुत्तों का शिकार बन गई।
👉 यह इकलौती घटना नहीं है, बल्कि क्षेत्र में लगातार गोवंशों की मौत भूख और प्यास से हो रही है।
👉 प्रशासनिक लापरवाही के चलते गौ संरक्षण के सरकारी दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं।
👉 योगी सरकार द्वारा गौशालाओं के निर्माण और पशु चिकित्सा सेवाओं की व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई असर नहीं दिख रहा।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पशु विभाग के अधिकारी सिर्फ कार्यालयों में बैठे रहते हैं, जबकि गांवों में अन्ना गोवंश दम तोड़ रहे हैं।
यह घटना सरकारी गौ सेवा योजनाओं की हकीकत को उजागर करती है और यह सवाल उठाती है कि जब गोवंश ही सुरक्षित नहीं, तो गौ रक्षा के दावे कहाँ तक सही हैं?