
बरेली। शहर की सरकारी गौशालाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ विश्व हिंदू महासंघ गौरक्षा प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों ने सोमवार को प्रशासन से शिकायत की। महासंघ के गौरक्षा प्रकोष्ठ के प्रभारी बृज प्रान्त नीरज सैनी के नेतृत्व में अनुराग शर्मा, राजेश खुराना, सचिन एस मक्कड़ और अमित सक्सेना ने मुख्य विकास अधिकारी / मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारीयों से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि 15 करोड़ रूपए के घोटाले का जो मामला गौशाला में ख़रीदे गये भूसे से सम्बंधित और जो दान में मिला चारा खर्चे में दर्शाया गया है इसकी जांच डी एम बरेली ने सी डी ओ साहिबा को दी है उसमे कोई भी अधिकारी सिर्फ ये कहकर नहीं बच सकता की जिस फर्म से भूसे का टेंडर था उसका भूसा उच्च क्वालिटी का नहीं था अगर भूसे में मिट्टी थी तो इसकी लिखित सूचना आप लोगो को न देकर बाहर से भूसा ख़रीदा गया यदि बाहर से ख़रीदे गये भूसे से किसी गौ वंशी को नुकसान हो जाता तो इसकी नैतिक जिम्मेदारी किसकी होती। इसलिए इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सम्बंधित अधिकारीयों पर कार्यवाही की जाये क्यूंकि इसमें गलती सिर्फ सचिवों की नहीं वल्कि उस ब्लॉक के उच्च अधिकारीयों की भी है।
यह मामला पिछले महीने से चल रहा है, लेकिन अब तक किसी भी दोषी अधिकारी पर कार्रवाई नहीं हुई है। पूर्व में कई स्तरों पर जांच हो चुकी है, फिर भी परिणाम शून्य है। अब जिलाधिकारी ने इस मामले की जांच मुख्य विकास अधिकारी को सौंपी है। प्रतिनिधिमंडल द्वारा सौंपे गए पत्र में गौशालाओ अनियमितताओं और लापरवाही की विस्तृत जानकारी दी गई है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मुख्य विकास अधिकारी व मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा भी उचित कार्रवाई नहीं की गई तो महासंघ का प्रतिनिधिमंडल विशेष सचिव से मिलकर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग करेगा। गौरक्षा प्रकोष्ठ ने स्पष्ट किया कि अबोल जीवों के साथ हो रहे अन्याय को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अजय कुमार सिंह ब्यूरो चीफ क्राइम ब्रांच बरेली