
– अजय कुमार सिंह, ब्यूरो चीफ, क्राइम ब्रांच बरेली
बरेली/फतेहगंज पश्चिमी।
जिले के फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां मात्र पांचवीं कक्षा पास युवक वसीम अहमद बिना किसी मान्य डिग्री के वर्षों से अवैध रूप से क्लिनिक चला रहा था और मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा था।
एसडीएम मीरगंज तृप्ति गुप्ता के निर्देश पर बुधवार को स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने उक्त झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की। छापेमारी के दौरान वसीम अहमद को मौके से हिरासत में लिया गया और उसके कब्जे से बिना लाइसेंस की 97 होम्योपैथिक दवाओं की बोतलें बरामद की गईं।
स्वास्थ्य विभाग की टीम में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतीश कुमार (राजकीय चिकित्सा, फरीदपुर), वरिष्ठ होम्योपैथिक अधिकारी डॉ. अशोक, तथा पुलिस टीम में दरोगा पुनीत मेहरा शामिल रहे।
पूछताछ में वसीम अहमद अंसारी जाफरी पुत्र मुनव्वर अहमद, निवासी मोहल्ला सराय, फतेहगंज पश्चिमी, ने स्वीकार किया कि वह केवल कक्षा 5 तक शिक्षित है और उसके पास कोई चिकित्सा प्रमाण पत्र या लाइसेंस नहीं है। बावजूद इसके वह लंबे समय से मरीजों का इलाज कर रहा था।
स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़:
जांच रिपोर्ट में स्पष्ट उल्लेख है कि वसीम द्वारा आमजन के स्वास्थ्य के साथ गंभीर खिलवाड़ किया जा रहा था। वह इलाज के नाम पर लोगों की जान जोखिम में डाल रहा था। खुद वसीम ने भी मौके पर अपने अपराध को स्वीकार किया।
इस पूरे मामले में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतीश कुमार की तहरीर पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। प्रशासन ने इस पर सख्त रुख अपनाते हुए ऐसे फर्जी चिकित्सकों के खिलाफ और भी कड़ी कार्यवाही की चेतावनी दी है।