इंसानियत हुई शर्मसार, महिला को दबंगों ने नंगा कर, गांव में दौड़ा-दौड़ा कर पीटा!
बढ़ती छेड़छाड़ व दुराचार एवं महिला उत्पीड़न की घटनाएं!
कलान/शाहजहांपुर- एक तरफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री महिलाओं के लिए तमाम तरह की योजना चला रहे हैं जिसने की महिलाओं की रक्षा हो सके लेकिन उत्तर प्रदेश के जनपद शाहजहांपुर में कुछ दबंग लोगों को ना तो सरकार का डर है और ना ही पुलिस प्रशासन का आंखों को नम कर देने वाला एक ऐसा मामला उत्तर प्रदेश के जनपद शाहजहांपुर से निकल कर आया है जहां कुछ दबंगों ने एक महिला को निर्वस्त्र अवस्था में घसीटते हुए गांव में घुमाया और उसके साथ मारपीट की, महिला ग्रामीणों से बचाने की गुहार लगाती रही लेकिन डर के चक्कर के कारण गांव के किसी पुरुष या महिला ने उसकी मदद के लिए हाथ नहीं बढ़ाया दबंगों से अपने रहन की महिला भीख मांगती रही लेकिन दरिंदों ने जरा सा रहम नहीं किया ! पुलिस बमुश्किल लिखती है महिलाओं के उत्पीड़न की रिपोर्ट क्षेत्र में कानून व्यवस्था हुई ध्वस्त!
एक तरफ उत्तर प्रदेश देश में हुए निर्भया कांड के बाद महिलाओं के प्रति सरकार ने संविधान में कई संशोधन करते हुए कई नए कानून भी बनाए,लेकिन इसके बावजूद कटरी क्षेत्र में बहू बेटियां आज भी सुरक्षित नहीं है। जबकि सरकार,हाईकोर्ट की शक्ति भी महिला उत्पीड़न के मामले में लगातार बढ़ती जा रही है,लेकिन कलान पुलिस का रवैया जस का तस बना हुआ है। यहां लगातार दुराचार महिला उत्पीड़न की घटनाएं आए दिन होती रहती हैं,पुलिस पीड़ितों को थाने के कई कई चक्कर लगवाने या उच्चाधिकारियों के आदेश के बाद बमुश्किल रिपोर्ट लिखती है।थाने में पीड़ित महिलाओं और बेटियों की इज्जत की बोली लगाई जाती है !
पुलिस पीड़ित पक्ष की रिपोर्ट न लिखकर आरोपियों से सांठगांठ करने की कोशिश में जुट जाती है, यदि सांठगांठ ना हो पाए तो रिपोर्ट बमुश्किल लिखी जाती है। बहू और बेटियों की इज्जत का सौदा थाने में रुपयों से किया जाता है कलान पुलिस चोरी एवं हत्याओं के खुलासे नहीं कर पा रही है और अपनी वाह वाही लूटने के लिए कई निर्दोषों को ही संगेय अपराधों में जेल भेज कर अपने कर्तव्य से इतिश्री कर लेती है।
जबकि कलान मिर्जापुर परौर को काला पानी के नाम से जाना जाता है। इससे पूर्व में दस्यु सरगनाओं की शरण स्थली रहा कटरी क्षेत्र अपराध एवं अपराधियों की शरण स्थली माना जाता है। वैसे तो यहां अपराध होना आम बात है लेकिन बीते कुछ महीनों से कानून व्यवस्था ध्वस्त है और छेड़छाड़ तथा अन्य अपराधों का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है,जिसे प्रभारी निरीक्षक की लापरवाही कहा जाए या आर्थिक सांठगांठ?
25 सितंबर की सुबह कलान क्षेत्र के एक गांव में कुछ दबंगों ने एक महिला के घर में घुसकर उसके साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया पीड़िता के परिजन घर पर नहीं थे।सूचना पर डायल 112 पहुंची और पीड़िता को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कलान लाई जहां पीड़िता घंटों पीड़ा से तड़पता छोड़कर डायल 112 भी अंतर्ध्यान हो गई लेकिन स्थानीय पुलिस ने घंटो बीत जाने के बावजूद घटनास्थल पर जाना उचित नहीं समझा,थक हार कर पीड़िता थाने पहुंची लेकिन प्रभारी निरीक्षक अपने आवास से बाहर नहीं निकले और मामले को दबाने में लगे रहे,पीड़िता ने थाने पर दिए प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया है कि गांव के ही करीब आधा दर्जन लोगों ने उसके घर में घुसकर पीड़िता के साथ गैंगरेप किया और मारपीट करने के बाद उसके प्राइवेट पार्ट को भी क्षति पहुंचाई जिसके कारण पीड़िता को काफी रक्त स्राव हुआ साथ ही नग्न अवस्था में पीड़िता को गांव में घुमाया गया,जिसकी क्षेत्र में व्यापक चर्चा बनी हुई है। सूत्रों की माने तो घटना को प्रतिशोध की भावना से अंजाम दिया गया है लेकिन कलान पुलिस कार्यवाही करने के बजाए मामले को दबाने में लगी हुई है।
अब देखना यह होगा कि पीड़िता को न्याय मिलता है या फिर दर-दर की ठोकरें