

दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार बनते ही यमुना नदी की सफाई और पुनरुद्धार के कार्यों में तेजी आ गई है। सरकार ने अपनी प्राथमिकताओं में यमुना को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनाने को सबसे ऊपर रखा है।
मुख्यमंत्री और संबंधित विभागों ने यमुना नदी की स्थिति का जायजा लेने के बाद कई बड़े कदम उठाने का फैसला किया है। नए जल शुद्धिकरण संयंत्र (एसटीपी) लगाने, मौजूदा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांटों की क्षमता बढ़ाने और यमुना के किनारों पर अवैध कचरा निस्तारण रोकने के लिए सख्त नियम लागू किए जा रहे हैं।
सरकार का कहना है कि अगले कुछ महीनों में नदी की सफाई को लेकर जमीनी स्तर पर बदलाव देखने को मिलेंगे। साथ ही, जल संरक्षण योजनाओं को भी लागू किया जाएगा ताकि यमुना में पानी का स्तर बना रहे और वह एक बार फिर दिल्ली की जीवनदायिनी बन सके।
यमुना पुनरुद्धार अभियान को लेकर सरकार के इस तेज़ कदम को जनता की ओर से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। विपक्षी दलों ने इस पर सवाल उठाए हैं, लेकिन सरकार का दावा है कि जल्द ही नतीजे सबके सामने होंगे।