

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को एक अजीबोगरीब मामला सामने आया, जब एक आरोपी के वकील ने उसके बढ़ते वजन का हवाला देते हुए जमानत की गुहार लगाई।
मामले की सुनवाई के दौरान आरोपी के वकील ने अदालत से कहा कि उनके मुवक्किल का वजन तेजी से बढ़ रहा है और जेल में रहते हुए उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इसलिए, उन्हें जमानत दी जानी चाहिए ताकि वे अपना इलाज करा सकें और बेहतर खान-पान अपना सकें।
हालांकि, इस पर सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस बेला त्रिवेदी ने तंज कसते हुए कहा, “तो फिर उन्हें कस्टडी में ही रहने दिया जाए ताकि उनका वजन कम हो सके!” जस्टिस त्रिवेदी के इस बयान पर अदालत में मौजूद सभी लोग मुस्कुराने लगे।
गौरतलब है कि अदालत में पेश किए गए मेडिकल रिकॉर्ड्स के मुताबिक, आरोपी का वजन पिछले कुछ महीनों में काफी बढ़ गया है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने यह कहते हुए जमानत याचिका खारिज कर दी कि बढ़ता वजन कोई ऐसा कारण नहीं है, जिसके आधार पर जमानत दी जा सके।
सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस
इस रोचक मामले के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। कुछ लोग इसे मजाकिया नजरिए से देख रहे हैं, तो कुछ का कहना है कि न्यायपालिका को स्वास्थ्य से जुड़े मामलों पर ज्यादा संवेदनशील होना चाहिए।
अब आगे क्या?
फिलहाल, आरोपी को जेल में ही रहना होगा। लेकिन यह मामला यह जरूर दिखाता है कि वकील अपने मुवक्किल को जमानत दिलाने के लिए कैसी-कैसी दिलचस्प दलीलें अदालत के सामने पेश कर सकते हैं!