

असम: प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज असम में आयोजित भव्य कार्यक्रम “झूमर बिनंदिनी 2025” में हिस्सा लिया। यह आयोजन असम की चाय उद्योग की 200वीं वर्षगांठ को समर्पित था।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण 8,000 कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया गया झूमर नृत्य था, जो राज्य की सांस्कृतिक समृद्धि, एकता और समावेशिता का प्रतीक है। इस ऐतिहासिक आयोजन ने असम की चाय के गौरवशाली इतिहास और संस्कृति को वैश्विक मंच पर उजागर किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “असम की चाय ने न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनाई है। यह उद्योग हमारी संस्कृति, परंपरा और आर्थिक समृद्धि का अभिन्न हिस्सा है।”
इस अवसर पर असम सरकार ने चाय उद्योग के विकास और उसके साथ जुड़े लोगों के कल्याण के लिए नई योजनाओं की भी घोषणा की। झूमर बिनंदिनी 2025 का यह आयोजन राज्य के इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय के रूप में दर्ज हो गया।