
प्यार, शादी और फिर कत्ल—ये तीनों कहानियां दिखाती हैं कि कैसे मोहब्बत का रंग अचानक खून में बदल सकता है। मेरठ की मुस्कान, औरैया की प्रगति और बेंगलुरु की यशस्विनी ने अपने पतियों से बेइंतहा प्यार किया, लेकिन फिर वही प्यार उनकी मौत की वजह बन गया। इन तीनों मामलों में एक जैसी साजिश, एक जैसी चाल और एक जैसा अंजाम देखने को मिला।
पहली कहानी: मेरठ की मुस्कान
मेरठ के शास्त्रीनगर इलाके की रहने वाली मुस्कान ने प्रेम विवाह किया था। शादी के कुछ ही महीनों बाद रिश्ते में दरार आ गई। बताया जाता है कि पति उस पर शक करने लगा था, जिससे झगड़े बढ़ते गए। आखिरकार एक रात मुस्कान ने अपने पति को नींद में जहर देकर मार डाला और इसे आत्महत्या साबित करने की कोशिश की। लेकिन पुलिस ने कॉल रिकॉर्डिंग और फॉरेंसिक रिपोर्ट के जरिए हत्या का राज खोल दिया।
दूसरी कहानी: औरैया की प्रगति
औरैया की प्रगति की शादी भी प्रेम विवाह थी, लेकिन ससुराल में वो खुद को बंदिशों में जकड़ा महसूस करने लगी। पति का स्वभाव भी शक करने वाला था, जिससे आए दिन झगड़े होते थे। एक दिन प्रगति ने गुस्से में आकर पति पर हमला कर दिया और उसे जान से मार डाला। हत्या के बाद उसने इसे हादसे का रूप देने की कोशिश की, लेकिन पड़ोसियों की गवाही ने उसकी पोल खोल दी।
तीसरी कहानी: बेंगलुरु की यशस्विनी
यशस्विनी और उसके पति के बीच अक्सर लड़ाइयां होती थीं। दोनों के बीच अविश्वास की खाई गहरी होती गई। एक दिन उसने गुस्से में अपने पति को जहर दे दिया और अगले दिन उसकी लाश बिस्तर पर मिली। पुलिस जांच में पता चला कि यशस्विनी ने बाजार से जहर खरीदकर पहले ही साजिश रच ली थी।
तीन शहर, तीन प्यार की कहानियां, और तीन खौफनाक अंजाम!
इन तीनों मामलों ने एक ही सच्चाई उजागर की—शादी के बाद बदलते रिश्ते अगर सही समय पर नहीं संभाले जाएं, तो मोहब्बत भी मौत की वजह बन सकती है। क्या इन महिलाओं ने हालात के हाथों मजबूर होकर ये कदम उठाया या फिर यह उनके अंदर छिपे खतरनाक इरादों की निशानी थी?
आप क्या सोचते हैं? क्या इन हत्याओं के पीछे समाज की बंदिशें थीं, या फिर यह सिर्फ निजी दुश्मनी का अंजाम? अपनी राय हमें कमेंट में बताएं!