
– पत्रकार वार्ता में सोशल मीडिया की खतरों को बताया भ्रामक
बांदा।गुरूवार को सहायक आयुक्त औषधि ने अपने कार्यालय में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। इस मौके पर उन्होंने मीडिया से रूबरू होते हुए अपने विभाग पर लगे सारे आरोपों को खारिज करते हुए अपना पक्ष रखा।वहीं उन्होंने सोशल मीडिया पर चल रही सभी प्रकार की भ्रामक खबरों का भी खण्ड किया।सहायक आयुक्त औषधि वीरेन्द्र कुमार ने मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि उनके विभाग में 30 जून 25 के बाद मात्र एक औषधि निरीक्षक बचेगें। वहीं मण्डलीय कार्यालय में पिछले दो वर्षों से लिपिक का पद खाली है।इसके अलावा बताया कि इस भवन में संचालित मण्डलीय कार्यालय तीन माह के बाद नवीन कार्यालय मवई बुजुर्ग में शिफ्ट हो जायेगा।जो कि अभी भी निर्माणाधीन है।वहीं नवीन लाईसेंस के नाम पर अवैध वसूली के आरोपों का खण्डन करते हुए कहा कि नवीन लाईंसेंस व नवीनीकरण के लिय राजकीय शुल्क तीन हजार रूपये निर्धारित है। इसके अलावा प्राईवेट व्यक्ति को यूजर आईडी पासवर्ड के संचालन की खबरों का भी उन्होने पूरी तरह से खण्ड करते हुए कहा कि उनके विभागीय अधिकारियों के द्वारा इसका संचालन किया जाता है।किसी भी प्राईवेट व्यक्ति को इसकी अनुमति नहीं है।ना हीं किसी के पास आईडी,पासवर्ड रहता है। इसके अलावा उन्होंने लाईसेंस के नाम पर अवैध वसूली को खारिज करते हुए कहा कि मेरे संज्ञान में ऐसा कोई मामला नहीं है। यदि कोई व्यक्ति इसमें लिप्त पाया जाता है तो उसके विरूद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।वहीं उन्होंने आगे बताया कि खाद्य सुरक्षा एवं औषधि कार्यालय में एक औषधि निरीक्षक,एक लिपिक व एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तैनात है। इसके अलावा मण्डल स्तर पर एक सहायक आयुक्त व एक चतुर्थ श्रेणी आउटसोर्सिंग कर्मचारी की तैनाती है। मण्डल कार्यालय में लिपिक न होने के कारण जनपदीय लिपिक से ही कार्य लिया जाता है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि लाईसेंस प्राप्त करने के लिए आम जनमानस को ऑनलाइन आवेदन करना होता है। इस मौके पर विभाग के मिथुन सिंह,धमेन्द्र कुमार आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट
शिवम सिंह ब्यूरो चीफ बांदा