

उत्तर प्रदेश के मानिये मुख्य मंत्री जी ने दो तीन माह पूर्व एक शासनादेश जारी किया था कि बिना नंबर प्लेट के ई रिक्शा चलाने की अनुमति नहीं है।
बिना नंबर प्लेट के ई रिक्शा चालकों से कई बार एक्सीडेंट हुए लेकिन ई रिक्शा चालक अपना रिक्शा छोड़ कर ही भाग जाते थे और नंबर प्लेट न होने की वजह से पुलिस की पकड़ से बच जाते थे।
इस लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने बिना नंबर प्लेट के ई रिक्शा चलाने की अनुमति नहीं दी।साथ में यह भी कहा गया कि बिना नंबर प्लेट के सभी रिक्शा बंद होने चाहिए ।
डीएम एसएसपी सभी ने सरकार के शासनादेश का स्थानीय पुलिस को सख्त से सख्त आदेश जारी किए गए।
लेकिन यह आदेश मात्र एक माह तक देहात छेत्र में दिखाई दिया और लाखों ई रिक्शा जप्त कर लिए गए साथ साथ लाखो ई रिक्शा पुलिस ने रुपए लेकर चेतावनी देकर छोड़ दिए गए।
ई रिक्शा चेकिंग के एक माह के दौरान किसानों को भीड़ भाड़ वाले इलाके , मेन चौराहों पर आने जाने की काफी सहूलियत मिली ।
अब आए दिन देहात छेत्र में मेन चौराहों पर फिर पहले जैसी ई रिक्शाओ की भीड़ भाड़ देखने को मिल रही है।जिसके कारण मोटर साइकिल, फोर व्हीलर आदि चलाने वाले चालको को मैन चौराहों पर दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
यह ई रिक्शा के फोटो कमालपुर शुमाली रोड देवरनिया , ब गिरधारपुर रोड नैनीताल हाई बै रोड रिछा स्टेशन के है जो कि दोनो रोड कोतवाली देवरनिया के अंतर्गत आते हैं ।
गुनाह रोड देवरनिया कमालपुर शुमाली रिछा स्टेशन रोड गिरधारपुर ,पर इन ई रिक्शा चालकों का इतना दब दबा है
की मोटर साइकिल बाला व्यक्ति कितना भी गाड़ी का हॉर्न देता रहे लेकिन यह ई रिक्शा चालक मेन रोड पर भी ई रिक्शा खड़ा कर लेते हैं।
कुछ ही ई रिकसाओ पर नंबर प्लेट लगे है जब की गिरधर पुर रोड पर तो जयदातर बिना नंबर प्लेट के ही ई रिक्शा चल रहे हैं।
क्या अब पुलिस के पास कोई शासनादेश नही बचा है जो कि इन बिना नंबर प्लेट के ई रिक्शा रोक सके ।
स्थानीय पुलिस पर फिर सवाल खड़ा होता इनके आला अधिकारी आदेश करें तभी छेत्र रिए पुलिस कुछ करिवाही करेगी बरना बिना शिकायत कुछ नही होता है।
ई रिक्शा जो कि बिना नंबर प्लेट के है जो आम जनता के लिए घातक है इनसे कभी भी किसी का एक्सीडेंट हो जाए तो दोनो के परिवार को फैनेंश कंपनी घटना के अनुसार अनुदान देती है।जो कि दोनो के परिवार को आर्थिक सहायता मिलती ।
ऐसे बिना नंबर प्लेट के ई रिक्शा चालकों पर तत्काल कार्यवाही होनी चाहिए।
हरीश कुमार गौतम।
जिला ब्यूरो चीफ बरेली।