
भीतरगांव: क्षेत्र की ग्राम पंचायत भीतरगांव की गलियां बदहाल स्थिति में पहुंच गई हैं। पिछले दो वर्षों से सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप पड़ी है, जिससे ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गंदगी और कूड़े के ढेर से दुर्गंध फैल रही है, जिससे बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है।
“बोट नहीं तो काम नहीं” – जनता का आक्रोश
गांव के लोगों का कहना है कि जब तक चुनाव होते हैं, तब तक नेता और पंचायत के जिम्मेदार लोग विकास के बड़े-बड़े वादे करते हैं, लेकिन चुनाव बीतते ही वे गांव की हालत की ओर ध्यान नहीं देते। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पंचायत के पदाधिकारी और सफाई कर्मी पूरी तरह से निष्क्रिय हैं और कोई भी सफाई व्यवस्था को सुधारने की पहल नहीं कर रहा है।
जिम्मेदार क्यों हैं मौन?
गांववासियों के अनुसार, कई बार अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से नाराज ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही सफाई कार्य शुरू नहीं किया गया तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
ग्रामीणों की मांग:
1. नियमित सफाई अभियान चलाया जाए।
2. कूड़ा निस्तारण की उचित व्यवस्था की जाए।
3. सफाई कर्मियों की जवाबदेही तय की जाए।
4. पंचायत स्तर पर विकास कार्यों की मॉनिटरिंग की जाए।
ग्राम पंचायत भीतरगांव की दुर्दशा पर प्रशासन कब जागेगा,
रिपोर्टर देवेंद्र कुमार