
ब्रेकिंग न्यूज | कानपुर
कानपुर जिले के चौबेपुर ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले कई गांवों में बुधवार रात अचानक आए तेज तूफान और बारिश ने भारी तबाही मचाई। नरवल तहसील क्षेत्र की दर्जनों गांवों में खड़ी फसलें तेज हवाओं और मूसलधार बारिश की चपेट में आकर पूरी तरह से नष्ट हो गईं।
गेंहूं, सरसों, चना जैसी रबी की फसलें जो कटाई के बिल्कुल कगार पर थीं, वे पूरी तरह से खेतों में बिछ गईं या पानी में गल गईं। किसान बदहवास हैं, खेतों में खड़ी मेहनत की कमाई चंद मिनटों में तबाह हो गई।
गांव गोपालपुर, भटपुरवा, सलेमपुर, और शेरपुर समेत कई क्षेत्रों से भारी नुकसान की खबरें आ रही हैं। किसानों का कहना है कि पहले से ही लागत मूल्य, महंगे डीजल और खाद की मार झेल रहे थे, अब प्राकृतिक आपदा ने रही-सही कसर भी पूरी कर दी।
किसानों का दर्द छलका:
स्थानीय किसान रामलाल यादव ने बताया, “हमने पूरे साल मेहनत की थी, फसल अच्छी हुई थी, लेकिन आंधी और बारिश ने सब बर्बाद कर दिया। अब हम कर्ज कैसे चुकाएंगे?”
प्रशासन की स्थिति:
अब तक प्रशासन की ओर से किसी सर्वे या मुआवजे की घोषणा नहीं हुई है। किसान जल्द से जल्द नुकसान का आंकलन कर उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से अपील:
किसानों ने जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि तत्काल गांवों का सर्वे कराया जाए और फसलों का मुआवजा प्रदान किया जाए, ताकि बर्बादी की इस मार से कुछ राहत मिल सके।
प्राकृतिक आपदा बनी अभिशाप, राहत के इंतजार में किसान
संवाददाता
: देवेंद्र कुमार