
अमौली (फतेहपुर): विकासखंड अमौली के कस्बे में चिकित्सा सेवा का सूत्रपात करने वाले वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. सूरजदीन आर्य का शनिवार की रात 97 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके निधन से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। वे समाजसेवा और चिकित्सकीय सेवा के क्षेत्र में एक प्रेरणास्त्रोत थे।
डॉ. आर्य ने वर्ष 1952 में अमौली कस्बे में पहला क्लीनिक स्थापित कर चिकित्सा सेवा की नींव रखी थी। उन्होंने सात दशकों तक गरीब, असहाय और जरूरतमंदों की सेवा में खुद को समर्पित रखा। न्यूनतम शुल्क लेकर इलाज करने वाले डॉ. आर्य को गरीबों का मसीहा कहा जाता था। उनके निधन से न केवल अमौली, बल्कि समूचे फतेहपुर जनपद ने एक अनमोल रत्न को खो दिया है।
वर्तमान में वे अपने पैतृक गाँव मेढ़ापाटी में पुत्र प्रेमचंद और सुपौत्र, वरिष्ठ पत्रकार ओम नारायण पटेल के साथ रह रहे थे। शनिवार की रात आठ बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। रविवार को उनका अंतिम संस्कार गाँव में वैदिक विधि-विधान से किया गया, जहाँ उनके बड़े पुत्र प्रेमचंद ने मुखाग्नि दी।
उनकी अंतिम यात्रा में क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, पत्रकार, प्रधानगण और सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में बिंदकी विधायक जयकुमार सिंह ‘जैकी’, पूर्व विधायक करन सिंह पटेल, पूर्व ब्लॉक प्रमुख कुश वर्मा, सपा नेता राजेन्द्र पटेल, मां दुर्गा पूजा कमेटी अमौली के मंत्री उमेश त्रिवेदी, प्रधान संघ अध्यक्ष अरविंद सिंह सहित श्रीकांत उत्तम, धर्मपाल, सनोज, और अन्य गणमान्य नागरिक शामिल रहे।
परिजनों ने कहा कि डॉ. सूरजदीन आर्य का जीवन सादगी, सेवा और समर्पण का प्रतीक रहा। उनके आदर्श भावी पीढ़ियों को सदैव प्रेरणा देते रहेंगे।