
धूमधाम से मनाया गया प्रख्यात कवि केदारनाथ अग्रवाल का जन्मदिवस
बांदा।
प्रसिद्ध प्रगतिशील कवि केदारनाथ अग्रवाल की स्मृति में केदार न्यास, प्रगतिशील लेखक संघ और चिराग फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में उनका जन्मोत्सव भव्यता के साथ मनाया गया। इस अवसर पर चर्चित लेखिका डॉ. सबीहा रहमानी के उपन्यास गुनाहगार औरतें, लघुकथा संग्रह चीख़, तथा श्रद्धा निगम की लघुकथा संग्रह बंद दरवाज़ा और खिड़कियां का लोकार्पण किया गया।
समारोह के प्रथम सत्र की अध्यक्षता प्रसिद्ध साहित्यकार और लिटिल बर्ड प्रकाशन की प्रकाशक कुसुमलता सिंह ने की। मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. दीपाली गुप्ता, प्राचार्य राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय बांदा एवं अमृता बेरा रहीं। मुख्य वक्ता के तौर पर प्रो. रूपा सिंह और शोभा अक्षरा ने विचार रखे।
केदार न्यास के सचिव नरेंद्र पुण्डरीक ने न्यास की गतिविधियों और कवि केदारनाथ अग्रवाल के योगदान पर प्रकाश डाला। उपाध्यक्ष अंकित कुशवाहा ने अतिथियों का स्वागत भाषण दिया।
द्वितीय सत्र में बंद दरवाज़ा और खिड़कियां और चीख संग्रहों का औपचारिक विमोचन किया गया। इस सत्र की अध्यक्षता व्यंग्यकार व व्यंगलोक संपादक रामस्वरूप दीक्षित ने की, जबकि मुख्य अतिथि कुसुमलता सिंह रहीं। विशिष्ट वक्ता के रूप में डॉ. शशि भूषण मिश्र और मुख्य वक्ता के रूप में अमृता बेरा ने लघुकथाओं की समकालीन स्थिति और सामाजिक प्रभाव पर सारगर्भित चर्चा की। शोभा अक्षरा इस सत्र की विशिष्ट अतिथि रहीं।
कार्यक्रम में साहित्य, शिक्षा और पत्रकारिता से जुड़ी कई प्रतिष्ठित हस्तियों की उपस्थिति रही, जिनमें जलज, गोपाल गोयल, सुधीर सिंह, अमित सेठ भोलू भैय्या, आनंद किशोर, विजय ओमर, प्रो. जितेंद्र कुमार, डॉ. जयप्रकाश सिंह, पत्रकार सुनील सक्सेना, नज़रे आलम, मोहित पाल प्रमुख रहे।
रिपोर्ट
शिवम सिंह ब्यूरो चीफ बांदा