
बांदा।
जिलाधिकारी जे. रीभा की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बाढ़ स्टेयरिंग कमेटी की महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। बैठक में आगामी 15 जून से 15 अक्टूबर, 2025 तक प्रतिदिन संभावित बाढ़ की निगरानी सुनिश्चित किए जाने के निर्देश संबंधित विभागों को दिए गए।
सिंचाई विभाग को निर्देशित किया गया कि अत्यधिक वर्षा के कारण विशेषकर अगस्त और सितंबर में संभावित बाढ़ को ध्यान में रखते हुए सेंट्रल वॉटर कमीशन से प्रतिदिन नदी जल प्रवाह की सूचना प्राप्त कर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करें। साथ ही रीवर फ्लड बैंक को मजबूत करने एवं बाढ़ समिति का गठन करने के निर्देश भी दिए गए।
नगर निकायों और विकास खंड अधिकारियों को 15 जून तक नालों की सफाई, कूड़े के ढेर हटाने और जल निकासी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। वहीं विद्युत विभाग को जर्जर तारों की मरम्मत तथा बाढ़काल में सोलर लालटेन व जनरेटर सेट की व्यवस्था करने को कहा गया।
संभावित बाढ़ प्रभावित गांवों का निरीक्षण कर आवश्यक तैयारियां पूरी करने के लिए समस्त उप जिलाधिकारियों और खंड विकास अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए। राहत शिविर, मोबाइल टॉयलेट, पंपिंग सेट, मोटर बोट, नाविकों व गोताखोरों की सूची तैयार करने तथा उनकी उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया।
संचारी रोगों से बचाव के लिए नालियों की सफाई और एंटी लार्वा छिड़काव कराए जाने की बात कही गई। बाढ़ चौकियों का निरीक्षण कर कर्मियों की तैनाती और कंट्रोल रूम की स्थापना के निर्देश भी दिए गए। साथ ही राहत चौपालों के आयोजन द्वारा जन जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया गया।
स्वास्थ्य विभाग को बाढ़ चौकियों पर मेडिकल टीमें, जीवन रक्षक दवाएं, हैंडपंप व टंकियों में क्लोरीन, तथा मच्छरों से बचाव हेतु दवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को पशुओं के टीकाकरण, भूसे व चारे की व्यवस्था करने और पशुओं के लिए जरूरी दवाएं स्टॉक में रखने को कहा गया।
बैठक में अपर जिलाधिकारी (वि/रा) राजेश कुमार, मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य, समस्त उप जिलाधिकारी, खंड विकास अधिकारी, एवं संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।
रिपोर्ट
शिवम सिंह ब्यूरो चीफ बांदा