
बांदा। संवाददाता
गर्मी के मौसम में ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट से निपटने और नल से जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग ने बड़ी पहल की है। राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन, लखनऊ की ओर से भेजी गई नोडल अधिकारियों की टीम ने जिले के अमलीकौर और खटान ग्राम समूह पेयजल योजनाओं के अंतर्गत आने वाले दो दर्जन से अधिक गांवों का निरीक्षण कर जलापूर्ति की जमीनी हकीकत को परखा।
जमीनी हकीकत का लिया फीडबैक
बुधवार को आई टीम ने न सिर्फ योजनाओं का तकनीकी निरीक्षण किया, बल्कि ग्रामीणों से बातचीत कर जलापूर्ति की गुणवत्ता और समयबद्धता का भी फीडबैक लिया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि जिले के 80% गांवों में नल से जल की आपूर्ति हो रही है, जो “हर घर जल” मिशन की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है।
निरीक्षण टीम में शामिल रहे अधिकारी
अमलीकौर योजना का निरीक्षण एडीएम नमामि गंगे मदन मोहन वर्मा के साथ एसडब्ल्यूएसएम मुख्यालय लखनऊ से आई अधिशासी अभियंता रीतिका राय एवं टेक्निकल सेल के अभियंता अभिषेक कुशवाहा ने किया।
वहीं खटान ग्राम समूह योजना का निरीक्षण एडीएम मो. मोईन इस्लाम, अधिशासी अभियंता व सहायक अभियंता की मौजूदगी में संपन्न हुआ।
रैंडम चेकिंग और तकनीकी परीक्षण जारी
टीम गर्मी भर गांव-गांव जाकर जलापूर्ति की रैंडम चेकिंग, लीकेज निरीक्षण, क्लोरिन स्तर की जांच, एफटीके टेस्टिंग एवं आईईसी गतिविधियों की निगरानी करती रहेगी।
ग्राम प्रधानों की शिकायतों के निस्तारण और रोड रेस्टोरेशन कार्य की प्रगति पर भी रिपोर्ट तैयार कर राज्य मुख्यालय को भेजी जाएगी।
बांदा में ‘हर घर जल’ की प्रगति
बांदा जिले के 647 गांवों में से 525 गांवों को हर घर जल सर्टिफाइड घोषित किया जा चुका है। शेष गांवों में जलापूर्ति कार्य अंतिम चरण में है। विभाग का लक्ष्य है कि जल्द ही पूरे जिले में 100% नल से जल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।