
बरेली।
सीबीगंज थाना क्षेत्र के सरनिया गांव में सरकारी भूमि को फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर वक्फ संपत्ति घोषित कर उस पर कब्जा करने के मामले में 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। आरोपियों पर सरकारी ज़मीन को “सैय्यद हामिद हसन दरगाह चैरिटेबल ट्रस्ट” के नाम पर अवैध रूप से ट्रस्ट बनाकर कब्जा करने और खुद को उसका पदाधिकारी बनाने का आरोप है।
शिकायतकर्ता पुत्तन शाह ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि गांव की खसरा संख्या 0.3040 हेक्टेयर और 0.7210 हेक्टेयर की भूमि सरकारी कब्रिस्तान के रूप में दर्ज है। उन्होंने आरोप लगाया कि सब्जे अली नामक व्यक्ति ने उस ज़मीन पर जबरन कब्जा किया और वहां एक अज्ञात फकीर सैय्यद हामिद हसन को बैठाकर झाड़-फूंक का काम शुरू कराया। फकीर की मृत्यु के बाद सब्जे अली ने वहीं मजार बनवाकर उसे धार्मिक रूप दे दिया।
इसके बाद सब्जे अली ने “सैय्यद हामिद हसन दरगाह चैरिटेबल ट्रस्ट” के नाम से एक ट्रस्ट बनवाया और उसका पंजीकरण उपनिबंधक कार्यालय, सदर द्वितीय में कराया। ट्रस्ट में उसने खुद को ट्रस्टी, अपनी पत्नी जकीरा, बेटियां फरहानाज, गुलनाज, शना जाफरी, राहीला जाफरी और सहयोगी मनीष कुमार को ट्रस्ट का सदस्य बनाया।
कोर्ट में भी अवैध माना कब्जा
शिकायत में यह भी कहा गया कि सब्जे अली ने अदालत में वाद दायर किया था, जिसमें कोर्ट ने कब्जा को अवैध करार दिया था। बावजूद इसके, उन्होंने अदालत में विचाराधीन मामले की जानकारी छुपाकर ज़मीन को वक्फ संपत्ति संख्या 2214 के अंतर्गत दर्ज करा लिया। फिर उन्होंने वक्फ बोर्ड की प्रबंधन समिति में खुद को अध्यक्ष, आसिफ अली को कोषाध्यक्ष, अहमद अली को सचिव, और मकसूद व जैब को सदस्य नियुक्त कर लिया।
आरोपियों के नाम इस प्रकार हैं:
1. सब्जे अली
2. जकीरा (पत्नी)
3. फरहानाज (बेटी)
4. गुलनाज (बेटी)
5. शना जाफरी (बेटी)
6. राहीला जाफरी (बेटी)
7. मनीष कुमार
8. आसिफ अली
9. अहमद अली
10. मकसूद
11. जैब
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों के अनुसार, मामले की गहराई से जांच की जा रही है और दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।