
बरेली। रविवार सुबह बरेली में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जिसने समाज को झकझोर कर रख दिया। बरेली पुलिस लाइन के पास एक खंडहर में झाड़ियों के बीच एक साल का मासूम बच्चा रोता हुआ मिला। उसके शरीर पर चोट के निशान थे और वह बेहद डरा-सहमा हुआ था।
इस बच्चे की जान उस वक्त बच गई जब बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी की बहन और पूर्व लेफ्टिनेंट खुशबू पाटनी टहलते हुए उस रास्ते से गुजर रही थीं। बच्चे की रोने की आवाज सुनकर वह खंडहर की ओर बढ़ीं, जहां यह बच्चा अकेला पड़ा हुआ था। आसपास आवारा कुत्ते और बंदर मंडरा रहे थे, जिससे किसी अनहोनी की आशंका बन रही थी।
खुशबू ने दिखाई संवेदनशीलता
खुशबू पाटनी ने बिना देर किए बच्चे को अपनी गोद में उठाया, उसे अपने घर ले गईं, जहां उसकी सफाई कराई गई और दूध पिलाया गया। इसके बाद उन्होंने बच्चे को बाल संरक्षण संस्था चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया।
उन्होंने कहा, “यह बहुत ही शर्मनाक है कि कोई माता-पिता अपने मासूम को इस हालत में छोड़ सकते हैं। सोचकर दिल कांप उठता है कि अगर समय रहते कोई वहां नहीं पहुंचता तो क्या होता।”
जांच में जुटी पुलिस
फिलहाल पुलिस और चाइल्ड लाइन की टीम घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि बच्चे को वहां किसने और क्यों छोड़ा। चाइल्ड लाइन अधिकारियों के अनुसार, बच्चे की हालत अब स्थिर है और उसकी अच्छी देखभाल की जा रही है।
समाज के लिए बनीं मिसाल
पूर्व सेना अधिकारी खुशबू पाटनी के इस संवेदनशील और साहसिक कदम की हर ओर सराहना हो रही है। सोशल मीडिया पर लोग उन्हें मानवता की प्रतीक बता रहे हैं। यह घटना न केवल एक मासूम की जान बचाने का उदाहरण है, बल्कि यह भी दिखाती है कि एक जागरूक नागरिक क्या कुछ कर सकता है।
स्टेट हेड सुनील सिंह