
– अतर्रा में पत्रकारिता के स्वाभिमान और संगठन की मजबूती का हुआ प्रदर्शन
बांदा/अतर्रा। तहसील अतर्रा रविवार को पत्रकारिता के स्वाभिमान, संगठन की एकता और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की बुलंद आवाज का साक्षी बना। सरस्वती बालिका इंटर कॉलेज, बांदा रोड परिसर में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन की तहसील इकाई का शपथ ग्रहण एवं सम्मान समारोह गरिमामय वातावरण में संपन्न हुआ।
समारोह की शुरुआत में दिवंगत प्रदेश उपाध्यक्ष श्रवण कुमार द्विवेदी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन रखा गया। तत्पश्चात मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलन एवं बैज अलंकरण की परंपरा निभाई गई।
मुख्य अतिथि ‘बाबूजी’ का ओजस्वी संबोधन
मुख्य अतिथि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शिव मोहन गुप्ता ‘बाबूजी’ ने अपने ओजस्वी विचारों में कहा, “जिस कलम ने अंग्रेजों से लोहा लिया, वह अन्याय और झूठ के खिलाफ भी डटेगी। पत्रकारिता डर से नहीं, हौसले से चलती है।” उनके प्रेरणादायक शब्दों ने उपस्थित पत्रकारों को सच्चाई और साहस के पथ पर दृढ़ रहने की नई ऊर्जा दी।
सम्मान और संगठन का संदेश
तहसील अध्यक्ष अवधेश शिवहरे व उपाध्यक्ष दिनेश कुमार गुप्ता के नेतृत्व में सभी पत्रकारों को अंगवस्त्र, गौरा बाबा सरकार का चित्र और प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। यह सम्मान पत्रकारिता में उनके समर्पण, संघर्ष और निष्पक्षता को सार्वजनिक मंच से मान्यता देने जैसा था।
एकता और अधिकारों के लिए बुलंद आवाज
विशिष्ट अतिथि जेडीयू महिला प्रदेश अध्यक्ष एवं नरैनी ब्लॉक प्रमुख शालिनी सिंह पटेल ने कहा, “आप सच का आईना हैं। संगठन की शक्ति ही पत्रकारों की सुरक्षा की गारंटी है। डरने का दौर अब खत्म होना चाहिए।” उन्होंने सभी पत्रकारों से संगठित रहने और लोकतंत्र की रक्षा के लिए कंधे से कंधा मिलाकर चलने का आह्वान किया।
उपस्थित गणमान्य और पत्रकार
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य मीरा बाई पटेल, जदयू जिला अध्यक्ष समाज सुधार वाणी गरिमा सिंह पटेल, नगर अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ ज्योति मौर्य, महासचिव शिवम सिंह, उपाध्यक्ष नरेंद्र सिंह समेत प्रवीण द्विवेदी, अनूप गुप्ता, आत्माराम त्रिपाठी, शशिकांत राजन, श्याम तिवारी, गिरिजा शरण तिवारी, संतोष कुशवाहा, शरद कुमार और कई वरिष्ठ पत्रकारों की गरिमामयी उपस्थिति रही।
कार्यक्रम का संचालन राजेश गुप्ता ने किया जबकि सह-संचालन में संगठन के अन्य पदाधिकारियों ने सक्रिय भूमिका निभाई। समारोह में दिखी पत्रकारों की एकजुटता ने यह संदेश दिया कि जब संगठन साथ हो, तो कलम और भी ज्यादा धारदार हो जाती है।
रिपोर्ट
शिवम सिंह ब्यूरो चीफ बांदा