
पैलानी। क्षेत्रीय जनता की मांग पर जनता के दुख दर्द को समझने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने प्रथम कार्यकाल में ही तिंदवारी ब्लाक का विभाजन करके पैलानी को बांदा जिले का नौवां ब्लाक का दर्जा दिए जाने का प्रस्ताव स्वीकृत कर सन 2018 में जिलाधिकारी बांदा से ब्लाक गठन आख्या मांगी थी।प्रशासनिक शिथिलता के कारण गठन आख्या रिपोर्ट 2024 तक नहीं भेजी गई, क्षेत्रीय ग्राम प्रधान एवं ब्लाक स्थापना संघर्ष समिति के अथक प्रयासों के बाद पैलानी विकासखंड बनाने की संभावनाएं बढ़ गई हैं।जिला विकास अधिकारी बांदा ने पैलानी ब्लाक बनने पर सम्मिलित होने वाले ग्राम पंचायतों की जनसंख्या 88869 का ब्योरा प्रस्तुत किया है।जबकि आयुक्त ग्राम्य विकास उत्तर प्रदेश से प्राप्त जन सूचना के आधार पर मैदानी क्षेत्रों में न्यूनतम 75000 की आबादी पर ब्लॉक बनाया जा सकता है।ब्लॉक को लेकर पैलानी एवं क्षेत्र के मांग करता ग्रामों में उत्साह देखने को मिल रहा है, पैलानी ब्लॉक बनने से पैलानी तहसील से जुड़े गांवो की आम जनता को एक ही स्थान पर दोनों से संबंधित कार्य करने का सुखद अवसर प्राप्त होगा,समय श्रम वं धन भारी बचत होगी,क्षेत्रीय जनता में खुशी की लहर है। दूसरी ओर लोगों ने ब्लॉक स्थापना के लिए जमीन तलाशना शुरू कर दिया है वैसे तो पैलानी में नियोजन के नाम पर लगभग 12 बीघे भूमि है लेकिन उसमें तमाम अराजक तत्वों ने अवैध कब्जा कर रखा है जिसे खाली कराया जाना अति आवश्यक है क्योंकि यह सरकारी जमीन है और इस पर अवैध निर्माण घर मकान नहीं बनाये जा सकते हैं,अभी फिलहाल यदि ब्लॉक शीघ्र स्थापित होता है तो लोगों ने मांग की है कि पुराना तहसील भवन जिसका रकबा लगभग 5 बीघे का है उस पर अस्थाई गौशाला खोल रखी गई है उसको अन्यत्र बस्ती से दूर कहीं बनवाया जाए तथा पुराने तहसील भवन को खाली कर ब्लॉक आने पर इसमें ब्लॉक की स्थापना कराई जाना चाहिए। ब्लॉक स्थापना संघर्ष समिति के संयोजक एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता बलराम सिंह सिंह कछवाह एडवोकेट व महासचिव लक्ष्मीकांत कूका ने जानकारी देते हुए बताया कि शीघ्र ही जून माह में क्षेत्रीय ग्राम प्रधानों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिलकर ब्लाक स्थापना की मांग करेगा। उत्तर प्रदेश सरकार में जल शक्ति राज्य मंत्री रामकेश निषाद का पैतृक गांव होने के बावजूद इस जनहितैषी एवं विकास कार्य में लग रही देरी से लोग हतप्रद हैं लोगों का मानना है कि कुछ देर भले ही लग जाए लेकिन पैलानी विकासखंड बनकर रहेगा हमारा संघर्ष सफल होगा,इस विकास एवं जनहितैषी कार्य में बाधा डालने वालों को भी अवसर आने पर जवाब दिया जाएगा।
रिपोर्ट
शिवम सिंह ब्यूरो चीफ बांदा