
कानपुर: गोरखपुर के शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान में एक बाघिन की संदिग्ध मौत से हड़कंप मच गया। जांच रिपोर्ट में बाघिन में H5 एवियन इन्फ्लुएंजा वायरस यानी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। इस खबर के बाद पूरे प्रदेश में वन्य जीव विभाग अलर्ट मोड पर है। खासतौर पर कानपुर चिड़ियाघर में एहतियातन बड़े कदम उठाए गए हैं।
कानपुर जू में रहने वाले बब्बर शेर पटौदी में बर्ड फ्लू जैसे लक्षण मिलने के बाद चिड़ियाघर को 7 दिनों के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। जू प्रशासन ने संक्रमण को रोकने के लिए सभी जानवरों की निगरानी बढ़ा दी है, साथ ही स्टाफ की सुरक्षा के लिए भी विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
क्या है बर्ड फ्लू और कितना बड़ा खतरा है?
बर्ड फ्लू यानी एवियन इन्फ्लुएंजा एक तेजी से फैलने वाला वायरस है, जो पक्षियों से स्तनधारियों में और फिर इंसानों में भी फैल सकता है। यह वायरस जानवरों की जान के लिए घातक साबित हो सकता है, खासतौर पर यदि समय पर संक्रमण की पहचान न हो।
किन जानवरों पर है असर?
मुख्य रूप से यह वायरस पक्षियों को प्रभावित करता है, लेकिन हाल के मामलों में शेर, बाघ, तेंदुए जैसे मांसाहारी जानवरों में भी इसके लक्षण देखे गए हैं। ऐसे में सभी चिड़ियाघरों को अलर्ट पर रखा गया है।
प्रशासन की तैयारियां:
चिड़ियाघर परिसर को सैनिटाइज किया जा रहा है।
संक्रमित जानवरों को आइसोलेशन में रखा जा रहा है।
किसी भी बाहरी व्यक्ति की एंट्री पर रोक लगा दी गई है।
विशेषज्ञों की निगरानी में पूरे जू के जानवरों की स्क्रीनिंग की जा रही है।
निखिल प्रजापति, ब्यूरो चीफ कानपुर नगर की रिपोर्ट