
बांदा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महात्वाकांक्षी योजना नमामि गंगे के तहत पूरे जनपद में पानी की व्यवस्था करने के लिए चलाई जा रही हर घर नल के बड़े बड़े पोस्टर लगाकर जनपद में तीन बार जल शक्ति विभाग के कैबिनेट मंत्री ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर खूब प्रचार प्रसार किया और इस परियोजना में हजारों करोड़ रुपए खर्च करने के साथ प्रचार प्रसार में भी कई लाख रुपए खर्च कर खूब वाहवाही बटोरी।लेकिन आज तक इस परियोजना के दुष्परिणाम ग्रामीण क्षेत्रों में साफ दिखाई देते हैं रास्ते खुदे पडे है जगह जगह पाइप लाइन फटी पड़ी है और पानी आज तक नल में कहीं दिखाई नहीं देता।जिससे परेशान ग्रामीणों ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच कर जिला अधिकारी जे रिभा से पानी दिलाये जाने की गुहार लगाई है।
सोमवार को जनपद के अछरौड गांव के आधा सैकड़ा ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से हर घर नल से हर घर को जल दिलाये जाने की ।ग्रामीणों ने बताया कि अछरौड गांव में पहले से ही पानी की भारी किल्लत रहती थी नदी से लोग पानी लाकर पीते थे लेकिन बुंदेलखंड एक्सप्रेस बनने के बाद और अवैध खनन से अब नदियों में भी पानी नही बचा लेकिन सरकार की इस योजना से लोगों को विश्वास था कि शायद अब इस गांव में पानी की समस्या सही हो जायेगी। गांव की हर गली मे एल,एन,टी कंपनी ने रोड खोदकर पाइप लाइन डाल दी हर घर के बाहर नल भी लगा दिए गए एक वर्ष से गांव के लोगों को जल्दी ही पानी देने का आश्वासन दिया गया लेकिन अभी तक नल की टोंटी से एक बूंद पानी नहीं आया।यह हाल किसी एक गांव का नहीं बल्कि पूरे जनपद का है जहां पानी नही पहुंचा। लोग दूर दराज से पानी लाने को मजबूर हैं। इस दौरान घासीराम निषाद के साथ विमल द्विवेदी,रामनरायण शुक्ला,मनोज शुक्ला,शिवबरन सिंह,रामनरेश यादव उर्फ बल्लू,जगप्रसाद खेंगर,लवकुश विश्वकर्मा,रोहित सिंह, होरीलाल,अरविन्द पाल,शिवबदन सोनी,सोहन शर्मा, चन्द्रप्रकाश पाल,विक्रम,अभय कुमार,यज्ञदेव तिवारी, लायक सिंह आदि ग्रामीण उपस्थित रहे ।
रिपोर्ट
शिवम सिंह ब्यूरो चीफ बांदा