
फतेहपुर, 2 जून 2025
फतेहपुर जिले के बिन्दकी तहसील के ग्राम बाबूपुर, मजरे बबई से एक चिंताजनक मामला सामने आया है, जहां एक वृद्ध किसान छेदालाल पुत्र अयोध्या प्रसाद की लगभग 8 बीघा भूमि पर जबरन कब्जा करने की कोशिश की जा रही है। यह मामला वर्तमान में माननीय उच्च न्यायालय, प्रयागराज में रिट याचिका संख्या 6290/2002 के तहत विचाराधीन है।
सूत्रों के अनुसार, छेदालाल विगत कई वर्षों से इस भूमि का वैध भूमिधर काश्तकार है और चकबंदी के पूर्व से ही इस भूमि पर उसका वास्तविक कब्जा रहा है। किंतु चकबंदी प्रक्रिया के दौरान गाटा संख्या 705 से संबंधित उसकी भूमि में अनियमित फेरबदल कर दी गई, जिसे लेकर किसान ने न्यायालय की शरण ली थी। वर्तमान में रिट याचिका की रिस्टोरेशन याचिका भी लंबित है।
किसान का आरोप है कि इस दौरान रामदास पुत्र बंशी एवं कमलेश पुत्र रामदास, कथित तौर पर पुलिस की मिलीभगत से भूमि पर अवैध कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं। छेदालाल ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को प्रेषित अपने पत्रों में यह भी उल्लेख किया है कि उसे झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकियाँ दी जा रही हैं, जिससे वह मानसिक तनाव और भय में जी रहा है।
प्रार्थी ने मांग की है कि न्यायालय में मामला लंबित रहने के दौरान उसकी भूमि से कोई पैमाइश या बेदखली की कार्यवाही न की जाए। उन्होंने 21 मई 2025 को जारी उच्च न्यायालय की प्रश्नोत्तरी का भी हवाला देते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।
ग्रामीण स्तर पर चकबंदी में भ्रष्टाचार और भेदभाव के आरोपों के बीच यह मामला एक प्रतीक बनकर उभरा है। वृद्ध किसान द्वारा लगातार की जा रही न्याय की गुहार अब प्रशासन की संवेदनशीलता और कार्यवाही की परीक्षा ले रही है।
अब देखना यह है कि जिला प्रशासन इस मामले में कितनी तत्परता से संज्ञान लेता है और पीड़ित किसान को न्याय दिला पाता है या नहीं।
रिपोर्ट
सुकेश कुमार जिला ब्यूरो चीफ फतेहपुर