
बाँदा।मंगलवार को शहर के इमामबाड़ों के लगभग दो दर्जन सदस्य कलेक्ट्रेट पहुँचें व जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर 3 वर्ष की अवधि पूरी होने पर अब पुनः चुनाव कराने की मांग की है तथा वर्तमान अध्यक्ष पर तानाशाही रवैया अपनाते हुए दोबारा चुनाव ना कराने को लेकर संगीन आरोप लगाए हैं।बता दें की शहर में सदियों से इमामबाड़े कायम है तथा ढाल- सवारियां उठाई जाती है वा अलाव खेला जाता है।वही शुरुवात से ही शहर में इमामबाड़ा कमेटी का गठन चला आ रहा है।आज से 3 वर्ष पूर्व तक बाँदा इमामबाड़ा कमेटी के अध्यक्ष रहे वहीद नेता ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।जिसके बाद 3 वर्ष पूर्व ही सभी इमामबाड़े और खलीफाओं की मौजूदगी में एक निजी मैरिज हाल में चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न हुई थी तथा चुनाव पश्चात छावनी मोहल्ला निवासी शीबू नियाजी को 3 वर्ष के लिए अध्यक्ष घोषित किया गया था।आज कई इमामबाड़ों के सरपरस्त व खलीफा कलेक्ट्रेट पहुँचे व जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर पुनःचुनाव सम्पन्न कराने की मांग की।गुलाब बाग इमामबाड़े के सलीम ने वर्तमान अध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस वर्ष चुनाव सम्पन्न होने के लिए बीती 10 जून को एक गार्डेन में एक बैठक का आयोजन हुआ था। जिसमे सभी इमामबाड़े के खलीफाओं का प्रस्ताव दोबारा चुनाव सम्पन्न कराने का था।जिसे 3 वर्ष का कार्यकाल समाप्त कर चुके अध्यक्ष शीबू नियाजी ने अपने मनमाने ढंग से अमान्य कर दिया व किसी भी इमामबाड़े के खलीफाओं को अपना पछ रखने की अनुमति नही दी तथा कुछ खलीफाओं की सहमति पर खुद को पुनः अध्यक्ष घोषित कर दिया।जिसका विरोध इमामबाड़े वालों ने किया तो इमामबाड़े वालों पर झूठी एफआईआर कराकर जेल भेजने की धमकी दे डाली और इमामबाड़े के खलीफाओं की किसी भी बात को नहीं माना गया।वहीं पीर बक्श उर्फ गुड्डू ने भी अध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमने 3 वर्ष पहले जिसे अध्यक्ष चुना था वह अपने छावनी मोहल्ले से बाहर नहीं निकलते हैं।हमे ऐसा अध्यक्ष चाहिए जो कि बाहर निकले और हर इमामबाड़े वाले कि समस्या सुने और उसका निस्तारण करवाये।इसलिए हम पुनः चुनाव सम्पन्न कराने की मांग करते हैं।
रिपोर्ट
शिवम सिंह ब्यूरो चीफ बांदा