फतेहपुर:- पूरा मामला फतेहपुर जनपद के खलील नगर का है जहां के निवासी गुलनाज बेगम पत्नी मोहम्मद अली जिला अधिकारी से लेकर, उप जिला अधिकारी, केंद्रीय राज्य मंत्री से लेकर खाद्य एवं रसद मंत्री व पुलिस प्रशासन लेकर पुलिस अधीक्षक की तक की चौखट में जाकर न्याय पाने के लिए चक्कर पर चक्कर लगा रही है वहीं पीड़िता ने बताया कि खलील नगर मैं उनके साथ ससुर का एक मकान है जिस पर पीड़िता व उनके पत्नी तथा उनके जेठ अहमद अली व उनकी पत्नी उजमा अली लगभग 13 वर्ष से रह रहे हैं
इस दौरान सन 2021 अप्रैल माह से पीड़िता की सास की वृद्ध अवस्था में मृत्यु होने के बाद घर में कलह शुरू हो गई वहीं पीड़िता के पति ने बताया कि उनके बड़े भाई अहमद अली ने पिता की संपत्ति को छल कपट के जरिए अपनी अपनी के नाम करवा लिया था वहीं पीड़िता की जेठानी आए दिन अपशब्दों का प्रयोग करते वे लड़ाई झगड़े पर अमादा हो जाती है वहीं पीड़िता ने बताया कि उन्हें घर से निकालने के लिए उनकी जेठानी ने पीड़िता के पति के ऊपर अपनी पुत्री के मामले को लेकर पीड़िता के पति के ऊपर छेड़छाड़ जैसी गंभीर धाराओं पर मुकदमा पंजीकृत करा कर जेल की सलाखों के पीछे भेजने पर तुली हुई है
वहीं पीड़िता दिनांक 3 अगस्त को समय लगभग 11:50 मिनट पर अपनी 5 वर्ष की पुत्री को पड़ोसी के यहां छोड़कर आबू नगर पुलिस चौकी गई हुई थी जहां से उसे सदर कोतवाली जाने को कहा गया वहीं पीड़िता सदर कोतवाली पहुंचकर कोतवाली प्रभारी को आप बीती बताते हुए फूट-फूट कर रोने लगी वहीं कोतवाली प्रभारी द्वारा पीड़ित को न्याय दिलाने का अवशासन दिया गया जिस बात को सुन पीड़िता अपने घर वापस पहुंची तो देखा कि घर का दरवाजा अंदर से बंद कर रखा है काफी देर दरवाजा खटखटाने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खोला गया तब पीड़िता ने डायल 112 पर सूचना द
ी मौके पर पहुंची पीआरबी के सिपाहियों ने दरवाजा खुलवाने का भरपूर प्रयास किया परंतु दरवाजा नहीं खोला जा सका उसके बाद पीड़िता रात्रि समय लगभग 12:30 बजे पुनः कोतवाली पहुंची और उसे घर के अंदर कराने की बात कही वहीं कोतवाली प्रभारी द्वारा यथक प्रयास करने के बावजूद भी उपरोक्त दबंग महिला ने घर का दरवाजा नहीं खोला उस दिन से लेकर आज तक पीड़ित महिला अपने 5 वर्ष की पुत्री को लेकर दर-दर भटक रही है और न्याय की उम्मीद पर अधिकारियों की चौखट का दरवाजा खटखटा रही है परंतु उसे कहीं से न्याय नहीं मिल पा रहा है
इस दौरान सन 2021 अप्रैल माह से पीड़िता की सास की वृद्ध अवस्था में मृत्यु होने के बाद घर में कलह शुरू हो गई वहीं पीड़िता के पति ने बताया कि उनके बड़े भाई अहमद अली ने पिता की संपत्ति को छल कपट के जरिए अपनी अपनी के नाम करवा लिया था वहीं पीड़िता की जेठानी आए दिन अपशब्दों का प्रयोग करते वे लड़ाई झगड़े पर अमादा हो जाती है वहीं पीड़िता ने बताया कि उन्हें घर से निकालने के लिए उनकी जेठानी ने पीड़िता के पति के ऊपर अपनी पुत्री के मामले को लेकर पीड़िता के पति के ऊपर छेड़छाड़ जैसी गंभीर धाराओं पर मुकदमा पंजीकृत करा कर जेल की सलाखों के पीछे भेजने पर तुली हुई है
वहीं पीड़िता दिनांक 3 अगस्त को समय लगभग 11:50 मिनट पर अपनी 5 वर्ष की पुत्री को पड़ोसी के यहां छोड़कर आबू नगर पुलिस चौकी गई हुई थी जहां से उसे सदर कोतवाली जाने को कहा गया वहीं पीड़िता सदर कोतवाली पहुंचकर कोतवाली प्रभारी को आप बीती बताते हुए फूट-फूट कर रोने लगी वहीं कोतवाली प्रभारी द्वारा पीड़ित को न्याय दिलाने का अवशासन दिया गया जिस बात को सुन पीड़िता अपने घर वापस पहुंची तो देखा कि घर का दरवाजा अंदर से बंद कर रखा है काफी देर दरवाजा खटखटाने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खोला गया तब पीड़िता ने डायल 112 पर सूचना द
ी मौके पर पहुंची पीआरबी के सिपाहियों ने दरवाजा खुलवाने का भरपूर प्रयास किया परंतु दरवाजा नहीं खोला जा सका उसके बाद पीड़िता रात्रि समय लगभग 12:30 बजे पुनः कोतवाली पहुंची और उसे घर के अंदर कराने की बात कही वहीं कोतवाली प्रभारी द्वारा यथक प्रयास करने के बावजूद भी उपरोक्त दबंग महिला ने घर का दरवाजा नहीं खोला उस दिन से लेकर आज तक पीड़ित महिला अपने 5 वर्ष की पुत्री को लेकर दर-दर भटक रही है और न्याय की उम्मीद पर अधिकारियों की चौखट का दरवाजा खटखटा रही है परंतु उसे कहीं से न्याय नहीं मिल पा रहा है
उप जिला अधिकारी के आदेश पत्रक वाद संख्या 6017/2021 कंप्यूटरी कृत वाद संख्या T202102250106017 अहमद अली आदि बनाम मोहम्मद अली आदि के अंतर्गत धारा 145/ 146 अधिनियम दंड प्रक्रिया संहिता
क्या सक्षम अधिकारियों को पीड़ित महिला का दर्द नजर नहीं आता या फिर जानबूझकर अनजान बने हुएl यह दुनिया नहीं मिले तो आत्मदाह करने पर मजबूर पीड़िता, पुलिस प्रशासन के समक्ष पीड़िता ने दे रखा हैं सुसाइड नोट, इसके बाद यदि पीड़िता कोई गंभीर कदम उठाती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।
रिपोर्ट बी के द्विवेदी,ब्यूरो चीफ