जालौन:- उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में कालपी नाम की एक जगह है। वहां लंका मीनार नाम से एक मीनार बनाई गई है जहां रावण और उसके पूरे परिवार की प्रतिमा सजाई गई है। 210 फीट ऊंची इस मीनार को मथुरा प्रसाद ने बनवाया था। बड़ा सवाल यह है कि कलयुग में कोई रावण के नाम पर लाखों पैसे लुटाकर मीनार क्यों बनवाएगा? दरअसल, मथुरा प्रसाद रामलीला में रावण का किरदार निभाते थे। सालों तक इस काम को करने की वजह से उनकी पहचान इस नाम से जुड़ गई थी। यही वजह है
कि उन्होंने लंका मीनार बनवाई। 1857 में निर्मित इस मीनार को बनाने में बीस साल लगे।लंका मीनार बनाने में उस जमाने में 1 लाख 75 हजार रुपये से ज्यादा का खर्च आया। इस परिसर में एक शिव मंदिर भी है जिसे इस तरह बनवाया गया कि रावण को हर पल भोलेनाथ के दर्शन होते रहे। यहां 100 फीट के कुंभकर्ण और 65 फुट ऊंचे मेघनाथ की प्रतिमाएं लगी हैं। मीनार की चढ़ाई करने के लिए सात बार परिक्रमा करनी पड़ती है। इन्हें शादी के दौरान लिए जाने वाले सात-फेरे माने गए हैं। यही वजह है कि सगे भाई और बहन को यहां एक साथ नहीं जाना चाहिए।
कि उन्होंने लंका मीनार बनवाई। 1857 में निर्मित इस मीनार को बनाने में बीस साल लगे।लंका मीनार बनाने में उस जमाने में 1 लाख 75 हजार रुपये से ज्यादा का खर्च आया। इस परिसर में एक शिव मंदिर भी है जिसे इस तरह बनवाया गया कि रावण को हर पल भोलेनाथ के दर्शन होते रहे। यहां 100 फीट के कुंभकर्ण और 65 फुट ऊंचे मेघनाथ की प्रतिमाएं लगी हैं। मीनार की चढ़ाई करने के लिए सात बार परिक्रमा करनी पड़ती है। इन्हें शादी के दौरान लिए जाने वाले सात-फेरे माने गए हैं। यही वजह है कि सगे भाई और बहन को यहां एक साथ नहीं जाना चाहिए।
रिपोर्ट अजय बाजपेई, ब्यूरो चीफ