जहानाबाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत जहानाबाद से बकेवर मार्ग जाने पर मध्य रास्ते में कच्चा रास्ता बाराबीघा गांव के लिए गई हुई है उसी रास्ते में मध्य जंगल में ऐतिहासिक सिद्ध स्थान अष्टभुजी पाताली देवी माता के नाम से जाना जाता है मंदिर प्रांगण में वर्ष भर में अनेक धार्मिक कार्यक्रम जागरण अनुष्ठान आदि होते रहते हैं इस वर्ष भी बसंत ऋतु में होने वाले भव्य जागरण कार्यक्रम के दौरान साध्वी निरंजन ज्योति केंद्रीय मंत्री राज्य कारागार मंत्री जय कुमार सिंह जैकी एवं जिला पंचायतजयंती देवी वर्मा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे हाईवे से लेकर 12 बीघा गांव तक कच्ची रास्ता को आरसीसी रोड में परिवर्तित करने की स्वीकृति गणमान्य ने प्रदान की परंतु अभी तक रास्ता कच्चा ही है ऐतिहासिक सिद्ध मंदिर जंगल में होने के कारण देखरेख ठीक से नहीं हो पाती है स्थानीय लोगों ने बताया कि आए दिन जंगल में मंदिर होने के कारण नवयुवक और युवतियां दोपहर एवं रात्रि में मंदिर प्रांगण में आकर अनैतिक कार्य करते हैं कई बार दुराचार करते हुए युवकों को पकड़ा गया है बाद में माफी मांगने पर छोड़ा गया है लोगों को यहां माता जी के दर्शन करने से कोई औचित्य नहीं है उन्हें केवल एक हनीमून का पर्यटन स्थल बना लिया है आज मंदिर प्रांगण का जायजा लिया गया तो मंदिर प्रांगण में मौजूद बाराबीघा निवासी बबलू एवं कानपुर नगर के बेहटा के एक कुशवाहा परिवार के व्यक्ति से पूछने पर जानकारी को सत्य बताया उन्होंने बताया कि दिनभर हम लोग मंदिर की साफ सफाई एवं रखरखाव भी सभी व्यवस्थाएं करते हैं मंदिर प्रांगण की बनी हुई समिति जो आदेश देती है उसका भी यहां लोग पालन करते हैं परंतु यहां पर होने वाले दुराचार एवं अनैतिक कार्य को को हम अथक प्रयास के बाद भी नहीं रोक पा रहे हैं लोगों के बताने के बाद पत्रकारों के सामने ही एक जोड़े ने मंदिर में प्रवेश किया कुछ समय तक इधर-उधर मौका तलाशते रहे परंतु भीड़ भाड़ होने के कारण एकांत में नहीं जा पाए वहां पर गाड़ियों में पत्रकार लिखा हुआ देखकर कुछ ही समय के पश्चात बिना दर्शन किए धीरे से निकल गए यह दृश्य मंदिर के रखरखाव करने वाले सभी सहयोगी भी देख रहे थे ऐसा ऐतिहासिक स्थलों पर अगर दुराचार और विचारों का इसी प्रकार सैलाब जाता रहा तो जल्द ही ईश्वर के प्रति मन मान्यता आस्था समाप्त हो जाएगी वहां पर उपस्थित क्षेत्रवासियों से जब इसके बारे में चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि प्रशासन को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए क्योंकि एक धार्मिक स्थल पर ऐसा कर तक में कार्य करना धर्म और आस्था को बदनाम करना है पुलिस ऐसे लोगों को तत्काल कार्यवाही करते हुए उन्हें पकड़ कर दंडित करें
आस्था एवं मान्यता का केंद्र ऐतिहासिक मंदिर बना दुराचारियों का अड्डा
फतेहपुर