घरों की शोभा बढ़ाते हुए विदेशी सूवरो की नस्ल सामने देख सकते हैं |
कानपुर : स्वच्छ भारत मिशन के इस अभियान में कानपुर तो फेल हो चुका है क्योंकि स्वच्छता सर्वेक्षण में सभी देशों की जो रिपोर्ट नहीं है उन देशों में भारत का कानपुर शहर सबसे ज्यादा प्रदूषित पाया गया .
इसका जिम्मेदार कौन ?? |
अब रिपोर्टों को बिना साक्ष्य गलत ठहराया भी नहीं जा सकता क्योंकि उनके पास भी पर्याप्त साक्ष्य होते हैं खैर फिर भी हम कानपुर के निवासी और हमारे शहर को कोई गंदा कहे कि हमारे लिए बहुत ही नागवार गुजरने वाली बात हो गई थी खैर हमने इस रिपोर्ट को नहीं माना और स्वयं एक सर्वे के लिए निकल पड़े जी हां कानपुर शहर का एक छोटा सा वार्ड 21 जहां से हमें कुछ फोन कॉल्स आए हुए थे वहां की गंदगी को लेकर तो यह तो सोने पर सुहागा हो गया कि जिस काम के लिए निकले थे वही काम मिल गया शो हम बिना टाइम गवाए वार्ड 21 पहुंच गए.
यहीं से लोग पीने का पानी लेते हैं और यही इतनी गंदगी क्यू ?? |
और फिर क्या था जनाब जो हालत हमने इस वार्ड की देखी तो हमें यहां पर यहां की पार्षद के बारे में जानने का जुनून सवार हो जहां देखिए इंटरलॉकिंग बढ़िया सड़कें बिजली पानी हर एक चीज उपलब्ध मिली और हमारा कानपुर शहर को सबसे गंदा शहर कहने वाली रिपोर्ट के प्रति मन बदलने ही वाला था कि तभी सारी चकाचौंध से पर्दा हटा तो सड़कों के पीछे हमें एक ऐसी सच्चाई से रूबरू होने का मौका मिला जहां पर ना तो विकास पहुंचा है और ना ही पहुंचने के आसार दिखाई पड़ते हैं
अब गौ माता पन्नी नहीं खाएंगी तो क्या खाएगी |
शहर में डेंगू फैला हुआ है मेडिकल अलर्ट जारी किए जा चुके हैं फिर भी अगर हम आपसे कहे कि वार्ड 21 में घरों के आगे सूअर लोटते हैं जी हां सूअर तो शायद आप यकीन ना कर पाए लेकिन हम आपको यह सिर्फ जुबानी नहीं बता रहे हैं .
वर्ल्ड 21 के नारायणपुरी का सबसे मनमोहक दृश्य |
हम आपको बाकायदा इसका वीडियो भी इसी खबर में उपलब्ध कराएंगे तो दोस्तों आगे की बात बताते चलें जैसा कि नगर निगम द्वारा कहा गया है कूड़े के ढेर नहीं होने चाहिए ये किसी भी हाल में स्वास्थ्यवर्धक नहीं होते, लेकिन वार्ड 21 में आपको पर्दे के पीछे बड़े बड़े कूड़े घर देखने को मिल जाएंगे जहां पर गाय और अन्य जानवर विशेष तौर पर सुवरों का झुंड तैरता और जुगलबंदी करता हुआ पाया जाता है.
आग लगाई गई है अब ये जिम्मेदारी किसकी बनती है ?? |
घबराइए नहीं हम जो भी बातें कह रहे हैं हम हर एक तस्वीर से आपको रूबरू करवाएंगे आप इस खबर के साथ यहां पर लगी तस्वीरों को भी देखते जाइए तब आपको हमारी खबर हकीकत में तब्दील होती नजर आने लगेगी .
कूड़े के ढेर तो सही पर कूड़े के ढेरों में लगी आग उससे उठता धुंआ और आसपास कोई बड़ा हादसा होने की आशंका सब ही है .
विश्व वैदिक परिषद कोई टूटी बिल्डिंग नहीं है इसमें भी लोग रहते हैं |
यहां पर लेकिन मजाल है जो पार्षद श्रीमती मधु मिश्रा जी कभी इन परेशानियों को हल करने का वादा निभा दे हालाकि पार्षद पति संदीप मिश्रा उर्फ (बड़े मिश्रा) द्वारा ही इनके सभी कार्य संचालित किये जाते है .यहां के लोगों का यह भी कहना है कि यहां पर जो भी गंदगी का अंबार है और जो सूअर लोटते देखे जा सकते हैं वह हमारे पार्षद जी की ही देन है .
क्या इन्हें साफ माहौल में रहने का अधिकार नहीं है |
क्योंकि वोट लेने के टाइम पर सभी ने बैग भर भर कर वादे किए थे लेकिन वादे निभाने के वक्त उनके वादों का बैग हमेशा कि खाली ही नजर आता है सिवाय कुछ शब्दों के जैसे हम कोशिश कर रहे हैं हम प्रयास कर रहे हैं कुछ भी सुनने देखने और समझने को नहीं मिल पा रहा है वार्ड 21 के चकाचौंध से दूर इंटरलॉकिंग से महफूज दूर-दूर तक सफाई देखने को तरसने वाले घर आज भी टकटकी आंखों से यहां पर विकास को निहार रहे हैं.
शायद स्थानीय पार्षद व नगर निगम के अधिकारी अपने कर्तव्यों से कहीं ना कहीं मुंह फेरते हुए नजर आ रहे हैं ।
देखने वाली बात यह होगी कि कब यहां के पार्षद नगर निगम के अधिकारी और शहर की माननीय मेयर श्रीमती प्रमिला पांडे जी की नजर हमारी खबर और यहां की दयनीय स्थिति पर पड़ती है ।।