कानपुर/ बार एसोसिएशन के मंत्री रिषभ अवस्थी ने मीडिया को जानकारी दी कि वे दिनांक 27 अप्रैल को किसी मामले मे थाना स्वरूप नगर गए थे। जहां पर दरोगा ट्रेनी राम मोहन यादव द्बारा पैसे की मागं व जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया गया था। जिसका रिषभ अवस्थी ने विरोध किया तो पुलिस के उच्चाधिकारियों द्बारा उनसे समझौता नामा लिखवाया गया।उन्होंने बताया कि 29 अप्रैल को पुनः ट्रेनी द्धारा ने उनको धमकी दी कि पहले क्या कर.लिया था अब क्या कर लोगे मेरी पावर बहुत ऊपर तक है। जिसकी शिकायत रिषभ अवस्थी ने 14 मई को कानपुर सीएमएम को लिखित मे की थी। जिसमे 156/3 के शिकायत पत्र को बराबर वापस लेने.का दबाव पुलिस के आला अधिकारियों द्धारा किया जा रहा है।
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मीडिया से अपनी बात कहते हुए ऋषभ अवस्थी |
जिसकी 7 जुन को सुनवाई थी उसी 7 जून को ट्रेनी दरोगा द्धारा पेशवंदी के तहत रिषभ पर एक फर्जी मुकदमा दाखिल कर दिया गया। जिस मामले को संज्ञान में लेते हुए कानपुर बार एसोसिएशन व लायर्स एसोसिएशन द्वारा कचहरी में हड़ताल की गई थी। वासर कप्तान को ज्ञापन भी दिया गया था। जिसमें कप्तान ने जांच के आदेश दिए थे। ऋषभ अवस्थी ने बताया कि जब हम वकीलों पर अत्याचार हो रहा है तो फिर आम जनता का क्या हाल होगा। उन्होंने बताया कि जब पुलिस के ऊपर कोई FIR होती है तो वह पीड़ित पर बराबर दबाव बनाती है वह फर्जी मुकदमें पर फंसा देती है। उन्होंने बताया कि शहर कप्तान द्वारा अगर उचित कार्रवाई नहीं की गई तो बार एसोसिएशन व लायर्स एसोसिएशन के महामंत्री और ऊपर तक जाएंगे और कार्रवाई करेंगे।
वही बार एसोसिएशन के महामंत्री कपिल दीप सचान ने बताया कि पुलिस का बोर्ड डीलर है भैया चल रहा है और जब पुलिस पर कोई बात आती है तो वह अपनी गलतियों को छुपा कर पीड़ित पर पूरा दबाव बनाती है। जिसको हम कतई ही नहीं बर्दाश्त करेंगे। उन्होंने बताया कि पुलिस के आला अधिकारियों द्वारा अपने नीचे कार्य कर रहे अफसरों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। तभी शहर में खुल कर क्राइम और अपराधी घटना हो रही हैं। अगर ऐसा ही रहा तो कानपुर की पुलिस अपराध रोकने में बिल्कुल नाकाम हो जाएगी। कपिल दीप सचान ने बताया कि अधिवक्ता ही पुलिस के जातियों के खिलाफ आवाज उठाता आया है और समाज में एक नई दिशा दिखाता है। अगर अधिवक्ताओं के साथ भी गलत होगा तो वह पूरी तरीके कैसे कार्यवाही करके पीड़ित को न्याय दिलाएंगे।
वहीं लॉयर्स एसोसिएशन के महामंत्री ने कहा कि अधिवक्ता ही समाज में दिशा देने का कार्य करता है। अगर अधिवक्ताओं पर ही अत्याचार होगा तो पब्लिक का क्या हाल होता होगा उन्होंने कहा कि रिश्ते के मामले में हम शांत नहीं बैठेंगे और उनको पूरी तरीके से न्याय दिलाएंगे। उन्होंने बताया कि अधिवक्ताओं को ही न्याय नहीं मिलेगा तो अधिवक्ता किसी आम आदमी को न्याय कैसे दिलवाएगा और ऋषभ अवस्थी के मामले में अगर निष्पक्ष जांच करके दरोगा पर उचित कार्यवाही नहीं करी गई तो यह लड़ाई आंदोलन में तब्दील हो जाएगी।