फतेहपुर: प्रो. राजेंद्र सिंह रज्जू भैया विश्वविद्यालय की सत्र 2022-23 की वार्षिक परीक्षा 25 अप्रैल से शुरू हुई थी, जिसमें विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से नकल विहीन परीक्षा कराए जाने का दावा किया गया था, लेकिन फतेहपुर जनपद में विश्वविद्यालय की तरफ से बनाया गया, परीक्षा केंद्र एस. एस. एस. स्वर्गीय परशुराम उमराव कॉलेज, आजमपुर गड़वा, अमौली-फतेहपुर, उत्तर प्रदेश में लगातार अनियमितता बरती गई, जनपद फतेहपुर में कुल 6 नोडल केंद्र बनाए गए थे, लेकिन नकल विहीन परीक्षा कराने के क्रम में असफल नजर आए, जब परीक्षा केंद्र के अंदर किसी भी परीक्षार्थी तथा कक्ष निरीक्षक को फोन ले जाने की अनुमति नहीं है, ऐसे में भी परीक्षा केंद्र के अंदर परीक्षार्थियों और कक्ष निरीक्षक को मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति परीक्षा केंद्र द्वारा दी गई, इतना ही नहीं परीक्षार्थियों ने मोबाइल फोन की मदद से अपनी उत्तर पुस्तिका लिखी, यहां तक कि कुछ स्पेशल छात्रों को उनके परीक्षा कक्ष से हटाकर एक अलग कक्ष में बैठा कर अध्यापक के द्वारा उत्तर बोले गए, छात्र एक समूह बनाकर मोबाइल फोन की मदद से अपनी उत्तर पुस्तिका लिखते नजर आए, विश्वविधालय प्रशासन द्वारा जारी की गाइडलाइन दिनांक 20.04.2023 पत्रांक प्रोरासिविवी/कुसका/2023-417 मे क्रमांक 1 मे जैसा की वर्णित है कि परीक्षा केंद्र को सीसीटीवी कैमरों को विश्वविधालय के नियंत्रण कक्ष से कनेक्ट रखना होगा, फिर भी विश्वविधालय प्रशासन ने ये नहीं जांच कि परीक्षा कक्ष मे ऐसी अनियमताए बरती गई, वहीं इलाहाबाद विश्विद्यालय के छात्र आश्रय पटेल ने परीक्षा केंद्र एस. एस. एस. स्वर्गीय परशुराम उमराव कॉलेज, आजमपुर गड़वा, अमौली-फतेहपुर, उत्तर प्रदेश का सामूहिक नकल करने का वीडियो वायरल करते हुए, बताया कि नकल विहीन परीक्षा कराने के सभी दावे फेल नजर आए, परीक्षा केंद्र एस. एस. एस. स्वर्गीय परशुराम उमराव कॉलेज, आजमपुर गड़वा, अमौली-फतेहपुर, उत्तर प्रदेश का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल है, जहां पर बी. एन. यू. महाविद्यालय नसीरपुर जहानाबाद फतेहपुर, एस. एस. एस. स्वर्गीय परशुराम उमराव कॉलेज आजमपुर गड़वा अमौली-फतेहपुर, चौधरी नरेंद्र प्रताप महाविद्यालय (सी. एन. पी. डिग्री कॉलेज) बकेवर फतेहपुर आदि कई महाविद्यालयों का परीक्षा केंद्र था, जहां पर अपने परीक्षा कक्ष से अलग कक्ष में बैठा कर छात्रों को सामूहिक नकल कराई गई, और मोबाइल फोन से उत्तर पुस्तिका में उत्तर लिखाए गए, आश्रय पटेल ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन को नकल होने की कई बार सूचना दी गई लेकिन विश्वविद्यालय की ओर से अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई, उन्होंने बताया कि महामहिम माननीय राज्यपाल महोदय व यूजीसी अध्यक्ष को पत्र लिखकर मामले की जानकारी दी गई है, और सख्त से सख्त कार्यवाही की मांग की है, वही इस मामले को लेकर इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्र अमन दीप सचान ने बताया कि यह नकल का मामला कोई पहला नहीं है, पिछले साल की कई परीक्षा केंद्रों में सामूहिक नकल के चलते विश्वविद्यालय प्रशासन ने कार्यवाही की थी, फिर भी नकल का दौर लगातार उसी प्रकार जारी है, हम सब मेहनत करके पढ़कर अपना उच्च शिक्षा को पूरा करते है, तो वही ऐसे महाविद्यालय नकल के सहारे पैसे लेकर अच्छे प्रतिशत नंबरों का वादा कर नकल करवा करके छात्रों को पास कर आते हैं, और हम जैसे मेहनत करके पास होने वाले छात्रों से कहीं नकल करके पास हुए छात्र मैरिट में आगे निकल जाते हैं.