

चित्रकूट: प्रसिद्ध संत और तुलसीपीठाधीश्वर स्वामी रामभद्राचार्य जी ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि “सनातन धर्म अजर-अमर है, इसका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता।” साथ ही, उन्होंने ‘जगद्गुरु रामभद्राचार्य मेडिकल यूनिवर्सिटी’ की स्थापना का ऐलान भी किया, जो चिकित्सा और सेवा के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम करेगी।
सनातन धर्म पर स्वामी जी का बड़ा बयान
स्वामी जी ने कहा, “सनातन धर्म पर हजारों वर्षों से हमले होते रहे हैं, लेकिन यह पहले से भी अधिक शक्तिशाली होकर उभरा है। इसे कोई मिटा नहीं सकता।” उन्होंने सनातन धर्म के अनुयायियों से अपील की कि वे अपने संस्कारों और परंपराओं को मजबूती से अपनाए रखें।
‘जगद्गुरु रामभद्राचार्य मेडिकल यूनिवर्सिटी’ की होगी स्थापना
स्वामी रामभद्राचार्य जी ने चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा कदम उठाते हुए ‘जगद्गुरु रामभद्राचार्य मेडिकल यूनिवर्सिटी’ स्थापित करने का ऐलान किया। यह यूनिवर्सिटी आधुनिक चिकित्सा, आयुर्वेद, नर्सिंग और मेडिकल रिसर्च को बढ़ावा देगी।
स्वास्थ्य सेवा में नया अध्याय
- गरीबों और जरूरतमंदों को निःशुल्क चिकित्सा सेवाएं दी जाएंगी।
- मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस, आयुर्वेद, फार्मेसी और रिसर्च जैसे पाठ्यक्रम उपलब्ध होंगे।
- भारतीय मूल्यों और संस्कारों के साथ आधुनिक चिकित्सा का समन्वय होगा।
स्वामी जी का संदेश
स्वामी जी ने कहा, “स्वास्थ्य सेवा भी एक महान धर्म है। इस मेडिकल यूनिवर्सिटी के माध्यम से हम मानवता की सेवा करेंगे और समाज को उच्च स्तरीय चिकित्सा शिक्षा उपलब्ध कराएंगे।”
स्वामी जी के इस दोहरे ऐलान से सनातन धर्म के अनुयायियों और चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है।