
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए विशेष निर्देश, 6 अप्रैल को अयोध्या में सूर्यतिलक के साथ होगी पूर्णाहुति
लखनऊ, 29 मार्च: उत्तर प्रदेश में चैत्र रामनवमी का भव्य आयोजन सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। उन्होंने निर्देश दिया है कि 5 अप्रैल से प्रदेश के सभी मंदिरों और देवालयों में श्रीरामचरितमानस का अखंड पाठ प्रारंभ किया जाए, जिसकी पूर्णाहुति 6 अप्रैल को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में सूर्यतिलक के साथ होगी।
शनिवार को हुई समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने देवी मंदिरों और शक्तिपीठों में श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर विशेष जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रमुख मंदिरों जैसे देवीपाटन मंदिर (बलरामपुर), शाकुंभरी देवी मंदिर (सहारनपुर), विंध्यवासिनी देवी धाम (मिर्जापुर) आदि में आने वाले भक्तों की सेवा और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष प्रबंध
मंदिरों में पेयजल, छांव और जूट मैटिंग की व्यवस्था होगी।
कतारबद्ध श्रद्धालुओं को धूप से बचाने के लिए छाजन की व्यवस्था की जाएगी।
24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
स्वच्छता और कानून-व्यवस्था पर जोर
मुख्यमंत्री ने नगर विकास और ग्राम्य विकास विभाग को पूरे प्रदेश में स्वच्छता अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। अतिरिक्त सफाईकर्मियों की तैनाती के साथ, भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के लिए पुलिस द्वारा विशेष फुट पेट्रोलिंग की जाएगी।
मांस बिक्री पर प्रतिबंध
रामनवमी के पावन अवसर पर धार्मिक स्थलों के 500 मीटर के दायरे में मांस और अंडे की बिक्री पर रोक लगाने का निर्देश दिया गया है। साथ ही, पूरे प्रदेश में अवैध बूचड़खानों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
रामनवमी के दौरान लाखों श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने की संभावना को देखते हुए, राज्य सरकार ने अयोध्या में विशेष सुरक्षा और व्यवस्थाओं के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि इस पावन अवसर पर सभी श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन और सुरक्षित वातावरण मिले।
रिपोर्टर अंकित कुमार